Sun. Dec 22nd, 2024
    निजवाचक सर्वनाम

    इस लेख में हम सर्वनाम के भेद निजवाचक सर्वनाम के बारे में पढेंगे।

    (सर्वनाम के बारे में गहराई से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें – सर्वनाम – परिभाषा, भेद, उदाहरण)

    विषय-सूचि

    निजवाचक सर्वनाम की परिभाषा

    जिन शब्दों का प्रयोग वक्ता स्वयं के लिए करता है, वे निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। इसके अंतर्गत आप, स्वयं, खुद, स्वतः आदि।

    जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग श्रोता के लिए हो वहाँ यह आदर-सूचक मध्यम पुरुष होता है और जहाँ ‘आप’ शब्द का प्रयोग अपने लिए हो वहाँ निजवाचक होता है।

    निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    जैसे :

    • आप कहाँ जा रहे है।

    इस वाक्य में आप वक्ता द्वारा श्रोता के लिए प्रयोग किया जा रहा है। अतः यह आदर सूचक मध्यम पुरुष माना जायेगा।

    अब इस उदाहरण को देखें :

    • मैं ये काम अपने आप कर लूंगा।

    इस वाक्य में वक्ता आप शब्द को स्वयं के लिए कर रहा है। अतः यह निजवाचक सर्वनाम की श्रेणी में आएगा।

    • आप को कोई परेशानी तो नहीं है।

    ऊपर दिए वाक्य में ‘आप’ शब्द का प्रयोग वक्ता श्रोता के लिए कर रहा है अतः यह आदरसूचक मध्यमपुरुष माना जाएगा।

    • मैं बहुत समय से आप से मिलना चाहता था।

    दिए गए वाक्य में ‘आप’ शब्द वक्ता द्वारा श्रोता को संकेत देने के लिए किया गया है अतः यह शब्द आदरसूचक माध्यम पुरुष माना जाएगा।

    निजवाचक सर्वनाम ‘आप’ का प्रयोग निम्नलिखित अर्थो में होता है-

    (क) निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग किसी संज्ञा या सर्वनाम के अवधारण (निश्र्चय) के लिए होता है। जैसे- मैं ‘आप’ वहीं से आया हूँ; मैं ‘आप’ वही कार्य कर रहा हूँ।

    (ख) निजवाचक ‘आप’ का प्रयोग दूसरे व्यक्ति के निराकरण के लिए भी होता है। जैसे- उन्होंने मुझे रहने को कहा और ‘आप’ चलते बने; वह औरों को नहीं, ‘अपने’ को सुधार रहा है।

    (ग) सर्वसाधारण के अर्थ में भी ‘आप’ का प्रयोग होता है। जैसे- ‘आप’ भला तो जग भला; ‘अपने’ से बड़ों का आदर करना उचित है।

    (घ) अवधारण के अर्थ में कभी-कभी ‘आप’ के साथ ‘ही’ जोड़ा जाता है। जैसे- मैं ‘आप ही’ चला आता था; यह काम ‘आप ही’; मैं यह काम ‘आप ही’ कर लूँगा।

    निजवाचक सर्वनाम के कुछ अन्य उदाहरण:

    • मैं अपना काम स्वयं करना पसंद करता हूँ।
    • मैंने पूरे पहाड़ को स्वयं तोड़ दिया था।
    • मैं यह सब अपने आप कर सकता हूँ।
    • मैं अपने पढ़ाई अपने आप करूँगा।
    • मैं खुद कुछ नहीं कर सकता, मुझे सहायता चाहिए।
    • ईश्वर भी उन्ही का साथ देता है जो अपनी मदद स्वयं करते हैं।
    • जब तक तुम खुद निश्चय नहीं करोगे, तब तक ऐसा संभव नहीं हो पायेगा।
    • मुझे अपने से कुछ भी करने का मन नहीं करता है।
    • उसे अपना काम खुद करने दो।
    • वह गया है तो अपने आप आ जायेगा।
    • तुम उसे काम करने की मत कहो, वह खुद एक आलसी जीव है।
    • सफलता पाने के लिए तुम्हे स्वयं कठोर परिश्रम करना पड़ेगा।
    • आप किसको मत भेजो मैं स्वयं आ जाता हूँ।
    • तुम औरों को नहीं पहले अपने आप को सुधार लो।
    • अगर तुम्हे खाना खाना है तो अपने आप बना लो।
    • असलियत पता चलते ही वह अपने आप चला जाएगा।
    • रोहन अपना पूरा काम अपने आप करता है।
    • अपनी मदद स्वयं करना सीखो।
    • तुम्हे अपने आप खाना बनाना चाहिए।
    • उन्होनें मुझे यहाँ रहने को कहा, लेकिन खुद यहाँ से चले गए।
    • मैंने उन्हें कह दिया है कि यह कार्य उन्हें अपने आप करना होगा।

    ऊपर दिए गए वाक्यों में आप, स्वयं आदि शब्द निजता दर्शाने के लिए प्रयोग हुए हैं। अतः ये निजवाचक सर्वनाम की श्रेणी में आएंगे।

    निजवाचक सर्वनाम से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    सम्बंधित लेख:

    1. पुरुषवाचक सर्वनाम – परिभाषा, उदाहरण
    2. निश्चयवाचक सर्वनाम : परिभाषा एवं उदाहरण
    3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम : परिभाषा एवं उदाहरण
    4. प्रश्नवाचक सर्वनाम : परिभाषा एवं उदाहरण
    5. सम्बन्धवाचक सर्वनाम : परिभाषा एवं उदाहरण

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    6 thoughts on “निजवाचक सर्वनाम : परिभाषा एवं उदाहरण”
    1. सर क्या
      मैं=मै के साथ मेरा, मेरी, मेरे शब्दों का प्रयोग नहीं होता है क्या ❓
      मैं मेरे परिवार के साथ घुमने गया इस वाक्य में मेरे का प्रयोग होगा कि नहीं

      1. me ke sath mera mri mere ka use nahi hota

        apana apani apane ka use krna chahiy
        ok…………….?

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *