पीएम नरेंद्र मोदी को घेरते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को उन्हें ‘मैडी बाबू’ कहकर बुलाया और साथ ही ये कहा कि वे ‘चायवाला’ से ‘राफेलवाला’ बन गए हैं।
उन्होंने आगे कहा-“अगर तुम मुझसे पंगा लोगे तो मैं चंगा बन जाउंगी। ये मत सोचना कि हम आपसे डरते हैं। मैंने हमेशा अपनी लड़ाई लड़ी है। मैं किसी से नहीं डरती। मैडी बाबू भ्रष्टाचार के मास्टर हैं। वे अहंकार के मास्टर हैं और देश के लिए शर्मनाक हैं। मेरे पास उसका वर्णन करने के लिए कोई शब्द नहीं है। उनका स्तर इतना कम है कि हमने कभी इस तरह के आदमी के प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद नहीं की थी। हमारे पास कुर्सी के लिए सम्मान है लेकिन इस आदमी के लिए नहीं।”
बनर्जी का जवाब तब आया जब, पीएम मोदी ने जलपाईगुड़ी में एक रैली के दौरान उन पर इलज़ाम लगाते हुए कहा था कि वे चिट फण्ड घोटाले में शामिल लोगो को बचाने की कोशिश कर रही हैं।
बनर्जी ने कहा-“वह (मोदी) राफेल सौदे में सबसे भ्रष्ट आदमी है। वह नोटबंदी के मास्टर है। वह कभी ‘चायवाला’ थे ही नहीं और नहीं जानते कि चाय कैसे बनाते हैं। ‘चायवाला’ से वह अब ‘राफेलवाला’ बन गए हैं। वह काफी झूठ बोलते हैं। हम इस पर कांग्रेस का समर्थन करते हैं।”
मोदी ने ‘एक मुख्यमंत्री द्वारा भ्रष्टों की रखवाली’ के रूप में उनके धरने को एक अभूतपूर्व समारोह बताया था जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि पीएम ये देखकर डर गए हैं कि उन्हें बाहर निकालने के लिए पूरा भारत एकजुट हो गया है।
उनके मुताबिक, “वह इन पाँच वर्षों से क्या कर रहे है? उन्होंने सरकार में पांच साल पूरे कर लिए हैं। अब वे हमारी राजनीतिक आवाज को दबाने के लिए ये सब कर रहे हैं। ‘मैडी’ बाबू झांसा दे रहे हैं। लोग उनसे (भाजपा) दूर हो गए हैं और वे आम लोगों के इस प्रहार को झेल नहीं पाएंगे।” उन्होंने यह भी पूछा कि भाजपा नेताओं, जिनका नाम शारदा घोटाले में सामने आया था, को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
उन्होंने राज्य सरकार से पांच वरिष्ठ राज्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्र की आलोचना की, जिन्होंने उनके धरने में भाग लिया। उन्होंने कहा-“पुलिस अधिकारी राज्य सरकार के अधीन हैं। उन्हें (केंद्र) इस तरह की बातें कहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। अगर केंद्र ने उनके मेडल छीन लिए, तो मैं उन्हें राज्य का सर्वोच्च सम्मान दूंगी।”