2016 के रियो ओलंपिक खेलों की सफलता के बाद, पीवी सिंधु का करियर ग्राफ बढ़ गया है। वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और इंडिया ओपन में रजत जीतने के बाद, 2018 वर्ल्ड टूर फाइनल्स में शानदार प्रदर्शन हुआ, जहां उन्होने स्वर्ण पदक जीता। सिंधु ने मुंबई में एक कार्यक्रम के मौके पर हिंदुस्तान टाइम्स से विशेष बातचीत की।
पांच सिल्वर मेडल और 2018 की समाप्ति में वर्ल्ड टूर फाइनल्स में गोल्ड। इसने आपके मनोबल को कैसे बढ़ाया है?
मुझे खुशी है कि मैंने एक अच्छे नोट पर साल का अंत किया। इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला है। मैं उम्मीद करती हूं कि 2019 मेरे लिए और बेहतरीन साल है। यह साल ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाला साल भी है।
आल इंग्लैंड चैंपियंस के लिए थोड़ा समय ही बाकी है क्या आप खुद को पसंदीदा मानती है?
हां। यह कुछ सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंटो में से एक है। अभी मैं इसके लिए तैयारी कर रही हूं लेकिन अभी हमारी पास राष्ट्रीय टूर्नामेंट भी है। ऑल इंग्लैंड आसान नही होने वाला क्योंकि सभी खिलाड़ी इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।
कैरोलिना मारिन के घुटने में चोट है और ताई त्ज़ु यिंग कलाई की चोट से उबर रही हैं। क्या यह आपको पसंदीदा मानती है?
मैं ऐसा नही सोचती क्योंकि कुछ और खिलाड़ियो ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे लगता है है कि चेन युफाई और बिंगजियाओ ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। हम सबको अपना खेल खेलने की जरूरत है और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है क्योंकि मुझे लगता है उस दिन कोई भी होगा, वह अपना सर्वश्रेष्ठ देकर विजेता बनेगा।
आप हाल ही में इंडोनेशिया मास्टर्स में सीधे गेम में मारिन से हार गए। इस तरह हारने के बाद आप मानसिक रूप से कैसे ठीक हो जाते हैं?
मुझे लगता है कि मैंने उस दौरान बहुत सी गलतियां की और मुझे लगता है कि यह मेरे खेल का हिस्सा नही है। लेकिन में इसे सकारत्मक तौर पर लूंगी और अपनी गलतियो से सीखूंगी। मैं मजूबत बनकर वापसी की उम्मीद करती हूं।
अंतरराष्ट्रीय महासंघ के नवीनतम नियमों पर आपके विचार प्रत्येक वर्ष टूर्नामेंट खेलने की न्यूनतम संख्या निर्धारित करते हैं?
मुझे लगता है कि उन्होने कुछ टूर्नामेंट खेलना अनिवार्य करना है। लेकिन, इसके लिए आपको शारिरीक और मानसिक रूप से मजबूत होना पड़ेगा क्योंकि कभी-कभी आप थके हुए होते है, और आप खेल नही पाते। आपके पास कोई और विकल्प नही होता।
2019 के लिए आपका उद्देशय क्या है?
मुझे अपने आप को फिट रखने की जरूरत है क्योंकि इसके बाद सुपर सीरीज औऱ विश्व चैंपियनशिप सीरीज आने वाली है और उसके बाद ओलंपिक के लिए क्वालिफाई भी करना है।
क्या विश्व नंबर-1 एक बनाना आसान है?
निश्चित रूप से हां। मैं अपने आपको विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी बनकर देखना चाहती हूं। मुझे लगता है मैं इस समय चौथे या पांचवे स्थान पर हूं। जो मेरे पीछे टॉप चार, पांच और छह के खिलाड़ी है वह मुझसे कुछ अंक ही पीछे है।