महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार को शिवसेना द्वारा खुद को सेना-भाजपा गठबंधन में ‘बड़ा भाई’ बुलाने के लिए, उन्हें आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा इस गठबंधन के लिए बेताब नहीं है और अकेले कांग्रेस-एनसीपी को पछाड़ सकती है।
वह जालौन में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की एक दिवसीय बैठक के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उनके मुताबिक, “भाजपा शिवसेना के साथ गठबंधन चाहता है मगर हम इसके लिए बेताब नहीं हैं। हम ये गठबंधन, हिंदुत्व के संरक्षकों के रूप में और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ताकतवर बल बनने के लिए चाहते हैं। हम कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से लड़ने के लिए सक्षम हैं।”
सोमवार को सेना के राज्य सभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में बड़ा भाई है और आगे भी रहेगा। उन्होंने आगे कहा-“भाजपा की तरफ से शिवसेना के साथ गठबंधन बनाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं आया है। और हम किसी प्रस्ताव का इंतज़ार भी नहीं कर रहे हैं।”
पिछले साढ़े चार साल के भाजपा सरकार के प्रदर्शन पर फडणवीस ने कहा कि 60 सालों के गड्डे पांच सालों में नहीं ठीक किये जा सकते।
फडणवीस ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे स्वामीनाथन आयोग द्वारा किसानों के कल्याण के लिए लागू की गयी सिफ़ारिशो पर शोर मचा रही है। उन्होंने कहा कि जहाँ एक तरफ कांग्रेस इस रिपोर्ट पर बैठा रहा, नरेंद्र मोदी सरकार ने इसे लागू कर दिया।
उन्होंने कहा-“ये रिपोर्ट पिछली कांग्रेस के शासन के वक़्त जमा कराई गयी थी मगर पार्टी ने इस रिपोर्ट का एक पन्ना भी खोल कर नहीं देखा। यहाँ तक कि स्वामीनाथन ने भी लिखा कि यूपीए सरकार ने उनकी रिपोर्ट का कुछ नहीं किया। एनसीपी प्रमुख शरद पवार जिन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री का पद संभाला था, उन्होंने भी रिपोर्ट लागू नहीं की।”
उन्होंने फिर कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ बन रहे महागठबंधन में सत्ता हासिल करने के अलावा और कोई एजेंडा नहीं है। उन्होंने इलज़ाम लगाया-“वे लोग मोदी के डर से साथ में आये हैं।”
बाद में, शहर में हुई एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार द्वारा किये गए विकास कार्यों की सूची पेश की।
अपने भाषण में, राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने फडणवीस की मराठा समुदाय को 16% आरक्षण देने के लिए तारीफ भी की। उनके मुताबिक, “एक ब्राह्मण सीएम ने कोटा दे दिया जो कोई भी मराठा सीएम नहीं दे सका।”