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    भारत वायु प्रदूषण

    दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए महज रविवार भर में 83 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। यह आँकड़े केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने जारी किए हैं।

    इस दौरान सबसे अधिक शिकायतें इमारतों के निर्माण और उनके विध्वंस को लेकर ही दर्ज़ हुई हैं।

    मालूम हो कि दिल्ली में 10 दिवसी ‘स्वच्छ वायु अभियान’ चलाया जा रहा है। यह अभियान 1 नवंबर से 10 नवंबर तक चलेगा।

    इस अभियान को हरी झंडी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने दिखाई है। इस अभियान के तहत प्रदूषण की शिकायत आने पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए हैं।

    इस अभियान के तहत विभिन्न टीमों का भी गठन किया गया है, जो दिल्ली राज्य के साथ ही एनसीआर क्षेत्र में पड़ने वाले गाज़ियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम व फरीदाबाद आदि जिलों में भी निगरानी कर रही हैं।

    CPCB के अनुसार इसी अभियान के तहत महज रविवार को प्राप्त हुई कुल 368 शिकायतों के जरिये 1 ही दिन में कुल 83 लाख 55 हज़ार का जुर्माना वसूला गया है।

    इन कुल शिकायतों में से 119 शिकायतें सिर्फ भवन निर्माण व विध्वंस से संबन्धित थीं। इसी के साथ अन्य शिकायतें औद्योगिक धुएँ, खुले में कूड़ा जालना, सड़कों की धूल व जेनेरटर संबंधी शिकायतें भी दर्ज़ हुई हैं।

    यह भी देखें: प्रदूषण के चलते सैटेलाइट तस्वीर से दिल्ली के ऊपर दिखा काला धब्बा।

    इन शिकायतों में से 52 शिकायतें ई-मेल व सोशल मीडिया के जरिये प्राप्त हुईं है, जबकि 316 शिकायतें ‘समीर’ एप के जरिये बोर्ड को मिली हैं। ‘समीर’ एप को प्रदूषण निगरानी के उद्देश्य से ही CPCB ने लॉंच किया था।

    इन्हीं शिकायतों के निस्तारण हेतु कुल 43 टीमों ने दिल्ली में 248 शिकायतें, गुरुग्राम में 11 शिकायतें, फरीदाबाद में 31 शिकायतें, नोएडा में 5 शिकायतें व गाज़ियाबाद में 21 शिकायतों के अनुसार कार्यवाही की है।

    इन टीम में एसडीएम स्तर के अधिकारी की निगरानी में मंत्रालय के अधिकारी समेत निगम के कर्मचारी मौजूद हैं।

    मालूम हो कि हाल फिलहाल में हरियाणा और पंजाब में जलायी जाने वाली पराली दिल्ली के वायुमंडल के लिए बेहद हानिकारक साबित हो रही है। इसी की वजह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली में 1 नवंबर से ही प्रदूषण के हानिकारक स्तर तक जाने की चेतावनी जारी कर दी है

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