उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा कि “वह डोनाल्ड ट्रम्प के साथ तीसरे शिखर सम्मेलन के लिए तैयार हैं। लेकिन वांशिगटन के लिए समझौते की सभी शर्तों को मानने के लिए साल के अंत की समयसीमा तय कर दी है।” उत्तर कोरिया की संसद के सत्र में शुक्रवार को किम जोंग उन ने भाषण के दौरान यह बयान दिया था।
हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प और दक्षिण कोरिया के नेता मून जे इन ने वांशिगटन में बातचीत की थी और उत्तर कोरिया के साथ परमाणु वार्ता की महत्वता पर सहमति जाहिर की थी।
भाषण में किम ने कहा कि “हम समस्या के समाधान के लिए बातचीत और चर्चा को महत्वता देते हैं, लेकिन अमेरिका का बातचीत की तरीका एकपक्षीय होता है जो हमारे माफिक नहीं होता है और हमें इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।”
कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, किम जोंग उन ने फरवरी में वार्ता के रद्द होने का इल्जाम अमेरिका की एकपक्षीय मानो पर लगाया था। उन्होंने सवाल उठाया कि वाकई वांशिगटन सम्बन्धो को सुधारने के इच्छुक है। उत्तर कोरिया के नेता ने कहा कि “अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ के निजी सम्बन्ध हमेशा मधुर रहेंगे और वह कभी भी एक-दूसरे को पत्र लिखा सकते हैं।”
किम जोंग उन ने शुरूआती दावों को दोहराया कि परमाणु हथियार कार्यक्रम पर लागू भारी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है। अमेरिका के साथ मुलाकात में प्रतिबंधों से निजात की तड़प नहीं थी।”
डोनाल्ड ट्रम्प नें भी अब इस मुलाकात के लिए सहमति दे दी है।
अमेरिका ने हाल ही में बयान दिया था कि “उत्तर कोरिया की प्रतिबंधों से आज़ादी की अत्यधिक मांग के कारण विएतनाम की मुलाकात रद्द हो गयी थी।” सिंगापुर में आयोजित पहले शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर परमाणु मुक्त कोरियाई पेनिनसुला का बयान दिया था।
उन्होंने कहा कि “अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर लागू अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियों को हटाने के लिए इंकार कर दिया था और गलत निरनय दिया कि हम अत्यधिक दबाव बना रहे थे। हम अपनी जनता और देश के मूल हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे और आरोप लगाया कि हनोई में अमेरिका पूर्ण अस्पष्ट योजना के साथ आया था।”
उन्होंने कहा कि “अगर अमेरिका सही तरीके से हम तक पंहुचता और समाधान ढूंढने के लिए तीसरे सम्मेलन का प्रस्ताव रखता, तो हम इसे स्वीकार कर लेते और एक अन्य कोशिश की इच्छा रखते। अमेरिका के लिए हम इस साल के अंत तक संयमता से इंतज़ार करेंगे ताकि वह एक साहसी निर्णय के साथ आये।”
उन्होंने अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच सीओल को अतिक्रमण बिचौलिया कहा था। किमजोंग उन ने बीते वर्ष मून जे इन के साथ तीन बैठके की थी। दक्षिण कोरिया को इस तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए।”
केसीएनए ने शुक्रवार को रिपोर्ट प्रकाशित की कि किम जोंग उन को दोबारा स्टेट अफेयर कमीशन का अध्यक्ष बना दिया गया है। डोनाल्ड ट्रम्प और मून के साथ बैठकों में किम जोंग उन पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण का बयान दे चुका है। पियोंगयांग के मुताबिक, जब तक अमेरिका जापान और दक्षिण कोरिया की रक्षा में तैनात सियनिकों को हटा नहीं लेता वह परमाणु विस्तार करते रहेंगे।
डोनाल्ड ट्रम्प का जवाब:
किम जोंग उन के इस बयान पर डोनाल्ड ट्रम्प नें ट्वीट कर अपनी मंजूरी दी।
डोनाल्ड ट्रम्प नें लिखा, “मैं किम जोंग उन से बिलकुल सहमत हूँ कि हमारा सम्बन्ध काफी अच्छा है, यह हालाँकि बहुत ही अच्छा है। हम दोनों को लगता है कि हमें तीसरी बार मुलाकात करनी चाहिए। किम जोंग उन के नेत्रत्व में उत्तर कोरिया के पास बहुत कुछ करने की सक्षमता है, जैसे आर्थिक मजबूती, विकास आदि। मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूँ जब परमाणु हथियार और परमाणु प्रतिबन्ध को समाप्त किया जा सके और फिर उत्तर कोरिया को विश्व के सबसे सफल देशों में शामिल किया जा सके।”
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1117033379776667648
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