संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधित्व मलीहा लोधी ने मंगलवार को कहा कि भारत द्वारा सौंपे गए डोजियर की जांच करने के बाद इस्लामाबाद इस पर प्रतिक्रिया देंगे। उन्होंने कहा कि जब डोजियर में कुछ पुख्ता होगा, तब ही कार्रवाई की जाएगी।
पाक की यूएन प्रतिनिधि का बयान
रेडियो पाकिस्तान ने मलीहा लोधी की जारी वीडियो में दिखाया कि “कुछ दिनों पूर्व ही नई दिल्ली ने कथित डोजियर इस्लामाबाद के सुपुर्द किया था। हम इसकी जांच कर रहे हैं, अगर इसमें कुछ पुख्ता हुआ, जिस पर हमें कार्रवाई करनी चाहिए तो हम करेंगे। अगर इसमें कोई पुख्ता सबूत नहीं हुआ तो हम कुछ नहीं कर सकते हैं।”
Ongoing troubles with #India in #Kashmir will compel #Pakistan to focus on its eastern frontier rather than western front that could affect #AfghanPeaceProcess: Pakistan envoy at UN @LodhiMaleeha https://t.co/o1RK40vaFl pic.twitter.com/eDYC112LIt
— Radio Pakistan (@RadioPakistan) March 5, 2019
पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक भारत द्वारा सौंपे गए डोजियर में कार्रवाई लायक कोई सबूत नहीं है। जिसके आधार पर भारत सरकार जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही थी।
पाक पीएम के आग्रह पर दिया डोजियर
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जेईएम के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सबूत मुहैया करने का भारत से आग्रह किया था। इसी पर भरोसा जताते हुए भारत ने पाकिस्तान को डोजियर दिया था।
कश्मीर मसले पर मलीहा लोधी ने कहा कि “बीते 70 सालों से कश्मीर का मसला बना हुआ है और इसे अपने अधिकार और तरीके से व्याख्यान करने की जरुरत है क्योंकि यह हमेशा मसला बना रहेगा, जो भारत और पाकिस्तान के मध्य तनावों को बढ़ाता रहेगा।”
कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान की सरजमीं पर आसरा लिए जैश ए मोहम्मद ने ली थी। यह आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।