Sat. Dec 7th, 2024
    नरेंद्र मोदी

    हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैलिया अपने पुरे उफान पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश की एक चुनावी रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी पर हमला बोला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गाँधी को डोकलाम विवाद पर चीनी राजदूत से मिलने को लेकर मुद्दा बनाया और राहुल गाँधी को घेरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राहुल गाँधी को देश की सरकार और देश की सेना पर भरोसा नहीं है। देश को भी उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

    प्रधानमंत्री का राहुल पर तंज

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश की चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के पिता, दादी और नाना प्रधानमंत्री रहे हो। खुद भी वह 15 सालों से संसद के सदस्य है, उन्हें डोकलाम विवाद पर देश के स्टैंड पर ही सवाल उठा दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गाँधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार, विदेश मंत्रालय या सेना से कोई बात किये बगैर राहुल गाँधी चीनी राजदूत से मामला जानने पहुँच गए। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जिस व्यक्ति को देश की सरकार और देश की सेना पर भरोसा नहीं है, उस पर देश को भी भरोसा नहीं करना चाहिए।

    डोकलाम विवाद जब अपने चरम पर था उस वक़्त राहुल गाँधी के चीनी राजदूत से मिलने की खबर आयी थी। कांग्रेस ने इस न्यूज़ का खंडन किया था। हालांकि इसके बाद तस्वीर सामने आ गई थी।

    सुषमा भी कर चुकी है हमला

    डोकलाम विवाद पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी राहुल गाँधी को घेरा था। राज्यसभा में जब डोकलाम मुद्दे को लेकर बहस हो रही थी तब सुषमा स्वराज ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि विपक्ष के नेता उनके राजदूत से क्यों मिले। सुषमा स्वराज ने आगे कहा कि विपक्ष को पहले भारत का दृष्टिकोण समझना चाहिए था। उसके बाद चीन को बुलाकर उन्हें हमारा पक्ष बताना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के नेता ने ऐसा कुछ नहीं किया उन्होंने केवल चीन के राजदूत से उनका पक्ष सुना था।

    डोकलाम विवाद

    भारत और चीन के बीच जगह को लेकर दोनों देश की सेनाएं आमने सामने आ गयी थी। सिक्किम के पास डोकलाम बॉर्डर पर भारत और चीन की सेनाएं 73 दिन तक आमने सामने थी। चीन ने सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया था, जिसे भारतीय सैनिको ने रोक दिया था। उसके बाद से वहां तनाव बना हुआ था। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे से पहले यह विवाद सुलझ गया था।