डोकलाम में जारी भारत और चीन के बीच सीमा विवाद बंद होने जा रहा है। चीनी सेना ने फैसला किया है कि दोनों सेना अपने सैनिकों को पीछे हटाएं। विशेषज्ञों की आने तो यह फैसला हाल ही में मोदी के चीन दौरे का असर है।
China, India agree to end over 2-month-long standoff in #Doklam; China confirms India has withdrawn its troops pic.twitter.com/Kwr6pFi2PN
— People's Daily, China (@PDChina) August 28, 2017
हाल ही में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किये गए एक बयान के मुताबिक दोनों देश पिछले कुछ दिनों से इस मुद्दे पर बात कर रहे थे। इसके बाद यह फैसला किया गया है कि दोनों देश अपनी सेना को पीछे बुलाएं। अगले कुछ दिनों में डोकलाम से दोनों सेना हट जाएंगी।
इस जीत को भारतीय कूटनीति के लिए बड़ी जीत बताया जा रहा है। जिस तरह चीन की लगातार युद्ध की धमकियों के बावजुद भारत अपनी बात पर अड़ा रहा, वह भारत की मजबूत मानसिक स्थिति को बयान करता है। इसके अलावा अमेरिका और जापान के भारत के पक्ष में आ जाने से चीन पर भारी दबाव बन गया था।
भारतीय सेना और चीनी सेना पिछले करीबन दो महींने से डोकलाम में आमने सामने थे। यह विवाद 25 जून को शुरू हुआ था, जब चीनी सेना ने डोकलाम में रोड बनाना शुरू किया था। भारतीय सेना ने तुरंत चीन का रास्ता रोका और उन्हें वापस जाने को कहा। चीन अपनी बात पर अड़ा रहा और करीबन दो महीने से यह विवाद जारी था।
इससे पहले इस विवाद का असर दोनों देशों के व्यापार पर भी देखा गया था। पिछले दो महीनो में चीनी कंपनियों की कमाई में 30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। कई चीनी कंपनियों के अधिकारी भारत छोड़कर चीन वापस लौट रहे थे। चीनी कंपनी वीवो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसपर टिपण्णी की।