भारत की पहली इंजन रहित ट्रेन जिसे निर्माण वर्ष के अनुरूप ‘ट्रेन 18’ नाम दिया गया है उसका 29 दिसम्बर पीएम मोदी उदघाटन करने वाले हैं। इस ट्रेन को जल्द से जल्द चलाए जाने को ले कर औपचारिक्ताएं पूरी की जा रही हैं। इस ट्रेन के कई चरण में हुए परीक्षणों के बाद रेलवे के शोध संस्थान रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑग्रनाइजेशन (RDSO) ने अपनी रिपोर्ट में ट्रेन 18 को चलाने के लिए सभी पैमानों पर फिट करार दिया है।
ट्रेन 18 में क्या है ख़ास ?
आधुनिक तकनीक :
टी-18 ट्रेन में यूरोप में चलने वाली आधुनिक गाड़ियों की तरह तमाम खूबियां हैं। यह रेलगाड़ी देश की पहली ट्रेन सेट है एवं इसमें इंजन लगाने की भी जरूरत नहीं है। इस ट्रेन में अंडरस्लंग प्रमोदन प्रणाली है एवं अपने आप बंद होने वाले दरवाज़े हैं।
इस ट्रेन को जिस साल बनाया गया है उसी के आधार पर नाम दिया गया है लेकिन अधिकारी भारत की पहली इंजन रहित ट्रेन को कोई विशेष नाम देना चाहते हैं। अतः ट्रेन 18 नाम पर पूरा निर्णय नहीं हुआ है।
सबसे तेज़ गति :
इसके साथ ही यह हमारे भारत में पहली ऐसी ट्रेन है जिसने ट्रायल के दोरान 180 kmph जितनी गति पकड़ी थी। इससे यह भारत की सबसे तेज़ गति वाली ट्रेन बन गयी है। लेकिन प्राधिकरण ने बताया की रेलवे ट्रैक इतनी गति को सहन करने की क्षमता नहीं रखते हैं अतः इसे अधिकतम 130 kmph की गति से चलाया जाएगा।
यात्रियों के लिए सुविधाएं :
इस ट्रेन में यात्रियों के लिए कुछ ख़ास सुविधाएं हैं जैसे वातानुकूलित डब्बे, घुमने वाली कुर्सियां, यूरोपियन शैली की सीटें, भोजन गर्म और पेय पदार्थों को ठंडा रखने के लिए पेंट्री उपकरण, और विकलांग-अनुकूल व्हीलचेयर पार्किंग रिक्त स्थान और शौचालय आदि से भरपूर है।
कहाँ होगा उदघाटन ?
रेलवे प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताय की यह ट्रेन दिल्ली एवं वाराणसी के बीच दौड़ेगी। वाराणसी नरेन्द्र मोदी का लोक सभा निर्वाचन केंद्र है। उन्होंने यह भी बताया की अभी के उद्घाटन की जगह नहीं चुनी गयी है। यह दिल्ली एवं वाराणसी में से एक होगी।