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    अमेरिका पाकिस्तान

    अमेरिकापाकिस्तान के बीच में नए साल से शुरू हुआ विवाद लगातार जारी है। अमेरिका अब पाकिस्तान को लेकर पूरी तरह से सख्त हो चुका है। पाक के ऊपर कार्रवाई करते हुए अब अमेरिका ने 6 आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाया है।

    ट्रम्प प्रशासन ने गुरूवार को आतंकवादी गतिविधियों के लिए चार तालिबान और दो हक्कानी नेटवर्क के नेताओं पर प्रतिबंध लगाए है। ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को अमेरिका के साथ काम करना चाहिए। चार तालिबानी नेताओं में अब्दुल समद सानी, अब्दुल कादिर बशीर, हाफिज मोहम्मद पोपाल्ज़ाई और मौलवी इन्यातुल्ला शामिल है। जबकि फाकिर मुहम्मद और गुला खान हामिदी हक्कानी नेटवर्क के नेताओं में शामिल है जिन पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया है।

    अमेरिका ने इन सभी 6 लोगों को वैश्विक आतंकवादी के रूप में घोषित किया है। इन पर प्रतिबंधों के साथ ही अमेरिकी नागरिकों के साथ लेनदेन को निषिद्ध कर दिया गया है और इनकी संपतियों को ब्लॉक कर दिया गया है।

    अमेरिका के आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के सचिव सिगल मंडेलकर ने अपने बयान में कहा कि हम तालिबान व हक्कानी नेटवर्क से संबंधित 6 लोगों पर प्रतिबंध लगा रहे है जिन पर आतंकवादी समूहों के वित्तपोषण, अमेरिका गठबंधन सैनिकों पर हमले व व्यक्तियों की तस्करी का आरोप है। ये लोग आतंकी गतिविधियों को लगातार बढ़ावा दे रहे है।

    आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने का है आरोप

    साल 2017 के शुरूआत में सानी ने तालिबान के सदस्यों को हथियारों की आपूर्ति की थी जिससे अफगान नेशनल पुलिस के अधिकारी की मौत हो गई थी। इससे पहले साल 2015 में विदेशों में तालिबानियों को फंड उपलब्ध करवाता था।

    बासिर ने अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में हमले के लिए हजारों डॉलर की सहायता तालिबान कमांडरों को दी। इसके अलावा अन्य आतंकियों ने भी आतंकवाद को बढावा देने की गतिविधियों में शामिल हुए है।

    गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने नए साल पर ट्वीट करते हुए कहा था कि पिछले 15 सालों से अमेरिका 33 अरब डॉलर की सहायता राशि पाकिस्तान को दे रहा है और पाक हमें मूर्ख समझ रहा है। अमेरिका कई बार पाकिस्तान के ऊपर आतंकवादियों को शरण देने व मदद करने का आरोप लगा चुका है।