देश की सभी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग (डॉट) को सूचित करते हुए बताया है कि वह अब देश में बिना आधार केवाईसी प्रक्रिया का टेस्ट कर रहीं है।
डॉट के निर्देशानुसार सभी कंपनियों को देश के अलग अलग दो शहरों में इस टेस्ट को करना होगा।
इसके लिए 6 नवंबर को जारी की गयी एक नोटिफ़िकेशन के तहत भारती एयरटेल यह प्रक्रिया दिल्ली और मेरठ में टेस्ट करेगी, जबकि जियो को मुंबई के दो हिस्सों में इसे टेस्ट करने के लिए कहा गया है।
इसी के साथ हाल ही विलय के बाद एक कंपनी बनी वोडाफोन-आइडिया अपना ये टेस्ट दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र के बारामती में करेगी।
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इसी तरह से टाटा को हरियाणा में दो जगह, बीएसएनएल को तेलंगाना में दो जगह जबकि एमटीएनएल को दिल्ली और मुंबई में यह टेस्ट करने को कहा गया है।
इसी के साथ नोटिफ़िकेशन में कहा गया है कि इनके परिणाम के आधार पर ही आगे की प्रक्रिया में कोई बदलाव किया जाएगा।
मालूम हो कि वैकल्पिक केवाईसी के तहत कंपनियाँ ग्राहक की लाइव फोटो के साथ ही पहचान पत्र व निवास संबंधी पत्र की स्कैन कॉपी को डिजिटल तरीके से वेबसाइट में अपलोड कर रही है।
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डॉट ने बताया है कि इस प्रक्रिया के लिए इस्तेमाल किए जाने प्रोग्राम प्रमाणीकृत होंगे, जिसके लिए उन्हे लाइसेन्स भी दिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 26 सितंबर को आधार के सबंध में दिये गए आदेश के बाद से ही डॉट ने अपनी कमर कस ली थी। सुप्रीम कोर्ट ने प्राइवेट कंपनियों को ग्राहकों द्वारा आधार उपलब्ध करने संबंधी अनिवार्यतः पर रोक लगा दी थी।