जयपुर: जयपुर में पिछले काफी समय से पानी को लेकर संकट बना हुआ है। शहर के इलाके जैसे जगतपुरा, प्रताप नगर, अजमेर रोड, जिन्हें शहर के बाहरी इलाके समझा जाता था, अब फैलाव के कारण ये इलाके शहर के बीचों-बीच आ गए हैं।
नागरिकों के मुताबिक जल विभाग इन इलाकों में पानी के पाइपलाइन बिछाने में असमर्थ रहा है, जिसकी वजह से बड़ी मात्र में नागरिक पानी के टैंकर पर निर्भर हैं। अब हालाँकि, पानी के टैंकर की भी कीमत बढ़ रही है, जिसकी वजह से समस्याएं बढ़ गयी हैं।
जाहिर है पानी माफिया द्वारा पानी की कीमतें बढ़ाना यह दर्शाता है कि सरकार इस मामले में गंभीर नहीं हैं।
पिछले साल जल विभाग नें घरेलु पानी कनेक्शन देने के लिए एक समिति का गठन किया था, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई काम होता नजर नहीं आ रहा है।
इसके अलावा पानी के टैंकर द्वारा कीमतों पर भी सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, जिसकी वजह से हर गर्मी के मौसम में यहाँ के नागरिकों को बड़ी मात्रा में पानी के टैंकर पर पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में जगतपुरा, अजमेर रोड, कालवाड़ रोड, सिरसी रोड, सीकर रोड शामिल हैं।
नागरिकों का कहना है कि पानी के टैंकर नें आना बंद कर दिया है यदि लोग ज्यादा कीमत देने के लिए तैयार नहीं है तो। लोगों का मानना है कि सरकार को इस मामले में दखल देनी चाहिए।
प्रताप नगर, सेक्टर 11 के पृथ्वी राज सिंह नें कहा, “सामान्य तौर पर एक 6,000 लीटर पानी के टैंक की कीमत 450 रुपए होती है। चूंकि इसपर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है, इसकी कीमत को बढ़ाकर अब 850 रुपए कर दिया है। ऐसे में पानी के टैंकर ऐसी बस्तियों में पानी देते हैं जो उन्हें ज्यादा पैसे देता है।”
जल विभाग के एक अधिकारी नें कहा, “सरकार ऐसे प्राइवेट पानी सप्लाई करने वाले लोगों पर नियंत्रण नहीं कर सकती है जो बोरवेल से पानी निकालकर बेचते हैं। जिन लोगों को ज्यादा पानी की जरूरत होती है, वे ज्यादा पैसे खर्च करते हैं।”