जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के लिए पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की कोशिशों के बीच राजयपाल ने विधानसभा भंग करने की घोषणा कर दी।
भाजपा और सज्जाद लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस गठबंधन कर के सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हालांकि दोनों पार्टियों का मिलकर भी बहुमत के आंकड़े 44 तक पहुंचना असंभव था ऐसे में पीडीपी में फुट की ख़बरें आनी शुरू हो गई। भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन का फॉर्मूला तय हो चूका था जिसमे पीडीपी के 28 और कांग्रेस के 12 विधायकों के गठबंधन को नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने 15 विधायकों के साथ बाहर से समर्थन देने वाली थी।
महबूबा मुफ़्ती ने ने कहा कि सरकार बनाने का दवा पेश करने के लिए राजयपाल से मिलने का समय लेने की चिठ्ठी उन्होंने राजयपाल निवास में फैक्स की लेकिन थोड़ी देर बाद ही राजयपाल ने विधानसभा भंग करने की घोषणा कर दी। राजयपाल की ओर से कहा गया कि उन्हें कोई फैक्स प्राप्त नहीं हुआ।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ‘पिछले 5 महीनो से हम विधानसभा भंग करने की मांग कर रहे थे लेकिन विधानसभा भंग नहीं की लेकिन अचानक से जब महबूबा मुफ़्ती सरकार बनाने के लिए नए गठबंधन की कोशिश करती हैं राजयपाल विधानसभा भंग कर देते हैं।’
JKNC has been pressing for assembly dissolution for 5 months now. It can’t be a coincidence that within minutes of Mehbooba Mufti Sahiba letter staking claim the order to dissolve the assembly suddenly appears.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 21, 2018
राजयपाल ने कहा कि सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त होने की आशंका को देखते हुये विधानसभा भंग करने का निर्णय लिया गया है।
महबूबा मुफ़्ती ने राज्यपाल द्वारा फैक्स प्रपट न होने की बात को बचकाना बहाना करार दिया। उन्होने कहा कि टेक्नालजी के जमाने मे फैक्स न मिलन एका बहाना बहुत ही बचकाना बहाना है।
PS – In todays age of technology, it is very strange that the fax machine at HE Governor’s residence didn’t receive our fax but swiftly issued one regarding the assembly dissolution. 🤔4/4
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 21, 2018
महबूबा ने चिट्ठी फैक्स करने से पहले उसे ट्विटर पर शेयर भी किया था ।
Have been trying to send this letter to Rajbhavan. Strangely the fax is not received. Tried to contact HE Governor on phone. Not available. Hope you see it @jandkgovernor pic.twitter.com/wpsMx6HTa8
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 21, 2018
महबूबा ने भाजपा कि आलोचना करते हुये कहा कि उन्होने हम नहीं तो कोई नहीं के तर्ज पर विधानसभा भंग करवा दिया। जबकि भाजपा ने इस गठबंधन को नापाक और आतंक समर्थक बताया और विधानसभा भंग करने के फैसले का समर्थन किया।