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    जम्मू कश्मीर में तैनात भारतीय जवान

    इस सुबह, जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में, सुरक्षा बलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया। ये आतंकी, आतंकवादी संगठन “लश्कर-ए-तैयबा ” से जुड़े हुए थे।

    इस ‘आतंक विरोधी ऑपरेशन’ को अंजाम, जम्मू और कश्मीर की पुलिस, सेना और ‘सीआरपीएफ’ ने एक साथ मिलकर दिया है। श्रीनगर से 50 किलोमीटर की दूरी पे बिजबेहरा में ‘सेकिपोरा’ नाम का एक गाँव है, वहां हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 6 लश्कर आतंकी को मार दिया।

    एक सीनियर अफसर के अनुसार, ये हाल के सालो का सबसे कामयाब ऑपरेशन था। इसमें सारे आतंकी बिना किसी कोलैटरल डैमेज के मारे गए। उस स्थान से हथियार और गोला बारूद बरामद किये गए जिनमे आईएनएसएएस राइफल भी मौजूद थी।

    सुरक्षा के तौर पर, अधिकारियो ने अनंतनाग जिले की मोबाइल सेवाएं बंद कर दी हैं।

    तीन दिन पहले, शोपिया के गांव में हुई मुठभेड़ में 4 आतंकियों को गोली से मार गिराया था। इस मुठभेड़ में एक सैनिक की भी मौत हुई थी।

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि “लश्कर-ए-तैयबा” काफी बड़ा और सक्रिय आतंकी संगठन है जो पाकिस्तान की मदद से चलता है। इसे 1987 में हाफिज सईद, अब्दुल्लाह अज़्ज़म और ज़फर इक़बाल द्वारा अफ़ग़ानिस्तान में शुरू किया गया था। ओसामा बिन लादेन इसको पैसे मुहैया कराता था।

    “लश्कर-ए-तैयबा” ने पहले भी भारत पे बड़े हमले किये हैं जिसमे से 2001 का ‘संसद हमला’ और 2008 का ‘मुंबई अटैक’ शामिल हैं। इसका लक्ष्य दक्षिण एशिया में एक इस्लामिक राज्य स्थापित करना और भारतीय कश्मीर के मुसलमानो को अपने हक़ में करना है। भारत समेत कई देश जैसे अमेरिका, रूस, ऑस्ट्रेलिया ने इसे आतंकी संगठन करारते हुए प्रतिबन्ध भी लगा चुके हैं।

    जम्मू पुलिस नें की शिनाख्त

    जम्मू कश्मीर पुलिस नें मुताबिक सभी मारे गए आतंकियों की पहचान हो चुकी है। इनके नाम आजाद मलिक, उनैस शफी, शाहिद बशीर, बसित इश्तियाक, आकिब नजर और फिरदौस नजर है।

    इनमें से आजाद मलिक नामक आतंकवादी पहले से ही शुजात बुखारी की हत्या में शामिल था। पुलिस लम्बे समय से उसकी खोज कर रही थी।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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