सिक्किम में भारत और चीन की सेना के मध्य गतिरोध के बाद तनातनी बनी हुई है। दोकलाम घटना के एक साल बाद चीनी जवान सरहद यानी लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल को पार कर भारतीय सीमा में दाखिल हो गए हैं।
अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय नागरिकों ने चीनी जवानों को सीमा पार कर भारतीय सरजमीं पर दाखिल होने की बात कही है।
अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों ने चीनी लड़ाकों की तस्वीरें खींचकर सबूत एकत्रित किये है। तस्वीरों के अनुसार ये चीनी पीपल लिब्रेशन आर्मी के जवान है जो अरुणाचल प्रदेश के दिबांग में घुस आए है।
ख़बरों के मुताबिक करीब 11 चीनी जवान फौजियों की पोशाक पहने दिबांग में दाखिल होते दिख रहे हैं। शिकार के लिए गए स्थानीय नागरिको ने घुसपैठ की पुष्टि की है। स्थनीय नागरिकों ने चीनी फौजियों की सबूतों के लिए तस्वीरें खींचकर रख लीॉ। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और आर्मी को इस खतरे के विषय में इत्तेलाह कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक चीनी जवान पिछले पांच या छह दिनों से अरुणाचल में घुसपैठ कर रहे थे। ये चीनी सैन्यदल भारतीय सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक पहुँच चुका है।
यह पहली बार नहीं है जब चीनी सेना भारतीय सरजमीं पर अवैध रूप से दाखिल हुई है। लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर भारतीय और चीनी सेना के मध्य गतिरोध बना रहता है।
चीन अरुणाचल प्रदेश को भारतीय अधिकृत क्षेत्र मानने से इंकार करता है और तिब्बत के दक्षिणी भाग और राज्य का उदाहरण देता है।
ये मामला तब सामने आया जब भारत और चीन साझा सहयोग से अफगानी कूटनीतिज्ञों को नई दिल्ली में प्रशिक्षण देंगे। साल 2017 के दोकलाम गतिरोध के बाद दोनों राष्ट्रों के मध्य तल्खियां बढ़ी है। चीनी सेना जून 2017 में भारतीय अधिकृत क्षेत्र में सड़क का निर्माण करते हुए पाए गए थे।
भारतीय सेना ने सड़क निर्माण करने वाले चीनी सैन्यदल को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अगस्त 2017 तक यह गतिरोध जारी रहा। तनातनी बढ़ने के कारण दोनों राष्ट्रों ने कूटनीतिक तरीके से इस मसले को हल किया।