Mon. Dec 30th, 2024
    कर्जन में है मुकाबला कठिन

    करजन शहर गुजरात के वड़ोदरा जिले में बसा हुआ है। करजन विधानसभा सीट गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से एक है। करजन विधानसभा सीट सीट करजन तालुका, वड़ोदरा तालुका तथा सिनोर तालुका का प्रतिनिधित्व करती है। करजन तालुका की कुल आबादी 30,405 है जिसमें पुरुषों की आबादी 15,668 है तथा महिलाओं की जनसंख्या 14,737 है। यह जानकारी 2011 के सेन्सस की रिपोर्ट के अनुसार है।

    करजन शहर की साक्षरता दर 85 फीसदी से अधिक है। करजन में पुरुषों की साक्षरता दर 91.08 फीसदी है तथा महिलाओं की साक्षरता दर 80.61 फीसदी है। 2014 के आँकड़ों के अनुसार यहाँ पर मतदान केंद्रों की कुल संख्या 226 है। 2012 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के सतीशभाई पटेल करजन विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे।

     

    पार्टी

    उम्मीदवार

    मत

    प्रतिशत में

    बीजेपी

    सतीशभाई पटेल 68,22548.26
    कांग्रेसअक्षयकुमार पटेल 64,736

    45.79

    मतान्तर3489

    2.47

    करजन में हुए 2012 के विधानसभा चुनाव के परिणाम

    2012 विधानसभा चुनाव में भाजपा के सतीशभाई पटेल और कांग्रेस के अक्षयकुमार पटेल के बीच हुआ मुकाबला बेहद यादगार और रोचक रहा था। उस मुकाबले में दोनों प्रत्याशियों को मिले मतों में उन्नीस-बीस का फर्क था। बीजेपी के नेता सतीशभाई पटेल मात्र 2.47 फीसदी मतों से यह मुकाबला जीत गए थे।

     

    नगर

    जनसंख्या

    हिन्दू

    मुस्लिम

    ईसाई

    सिख

    बौद्ध

    जैन

    अन्य

    कर्जन

    30,40577.09%19.14%0.13%0.07%0.07%3.32%

    0.01%

    करजन की धार्मिक जनसंख्या का आंकलन

    करजन की बहुसंख्यक आबादी हिन्दू है। यहाँ पर हिन्दुओं की आबादी 77.09 फीसदी है जो अन्य धर्मों की आबादी से कहीं ज्यादा है। यहाँ पर अन्य धर्मों की आबादी अल्पसंख्यक है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में हिन्दुओं का बोलबाला है और चुनावी मुद्दे भी हिन्दुओं के इर्द-गिर्द घूमते रहते है।

     

    साल

    पार्टी

    2012

    बीजेपी

    2007

    कांग्रेस

    2002

    बीजेपी

    1998

    कांग्रेस

    1995

    कांग्रेस

    करजन में पिछले पांच विधानसभा चुनावों के परिणाम

    करजन विधानसभा क्षेत्र में चुनावी मुकाबला काफी कठिन नजर आता है। पिछले पांच विधानसभा चुनावों पर अगर गौर करें तो पाएंगे कि यहाँ पर दोनों ही पार्टियों में कड़ा मुकाबला रहा है। पिछले पांच विधानसभा चुनावों में से 3 बार कांग्रेस तो 2 बार बीजेपी जीत करजन में फतह हासिल कर चुकी है। दोनों पार्टियों के बीच जारी इस शह और मात के खेल में किसी तरह का पूर्वानुमान लगाना कठिन है।