देश में तेल के बढ़ते दामों से सभी को परेशानी उठानी पड़ रही है, लेकिन इन सब के बीच एक तबका ऐसा भी है जो इनकी कीमतों के बढ्ने से सबसे ज्यादा परेशान है। ये हैं ओला-उबर के कैब चालक।
ओला उबर के ड्राईवरों ने अपनी मांगों के चलते सोमवार को दिल्ली और मुंबई में हड़ताल कर दी है। ड्राईवरों का कहना है कि देश में पेट्रोल-डीजल के दाम 20 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं, लेकिन उन्हे मिलने वाले किराये में इन कंपनियों द्वारा अभी भी तक किसी भी तरह की बढ़त नहीं की गयी है। उन्होने बताया है कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम इनकी आमदनी को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं।
इनकी यूनियन ने कहा है कि “ये कंपनियाँ इन ड्राईवरों की तकलीफ़ें नहीं समझ रही है, जब देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, ऐसे में इन कंपनियों को यात्री किराए में भी वृद्धि करनी चाहिए, लेकिन इसके उलट ये कंपनियाँ यात्रियों से लिए जाने वाले किराये में अतिरिक्त छूट प्रदान कर रहीं हैं। जिसका भार हमपर पड़ रहा है”
इसी वजह से मुंबई के ड्राईवर संघ ने अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
सोशल मीडिया पर भी लोगों नें इस हड़ताल पर अपनी प्रतिक्रिया दी। एक व्यक्ति नें लिखा कि ड्राईवर सही कारण से हड़ताल कर रहे हैं और उन्हें ठीक आमदनी नहीं मिल रही है।
Uber/Ola strike tomorrow? So my Uber driver from DEL airport told me. Also told me reasons – which sound grim. Uber/Ola have become unsustainable for the driver-partners who have invested in cars, and they're badly stuck–with situations similar to farmers with loans.
— PKR | প্রশান্ত | پرشانتو (@prasanto) October 21, 2018
उबर नें इसपर अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि कुछ गुट की वजह से हमारे ड्राईवर-पार्टनर संबंध खराब हो रहे हैं। हालाँकि ओला ने इसे लेकर किसी भी तरह का बयान जारी नहीं किया है। इसी के चलते दोनों ही शहरों में लोगों को ओला-उबर के लिए अतिरिक्त इंतज़ार करना पड़ा।
देश में पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों की भरपाई ओला-उबर के ड्राइवर अपनी बचत से कर रहे थे, इसी कारण इन कंपनियों से नाराज ड्राईवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है।
इसी के साथ कुछ ड्राईवरों की शिकायत है कि उन्हे 16 घंटे तक काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके बावजूद उन्हे किसी भी तरह का अतिरिक्त लाभ मुहैया नहीं कराया जा रहा है।