भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में सीबीआई का दुरूपयोग कर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ सबूतों का निर्माण किया गया और मामले में अमित शाह को फंसाने की कोशिश की गई।
सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने स्मृति इरानी को सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करने के लिए मैदान में उतारा। स्मृति इरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के उस ट्वीट पर पलटवार किया जिसमे ये कहा गया था कि सोहराबुद्दीन को किसी ने नहीं मारा, वो बस मर गया।
NO ONE KILLED…
Haren Pandya.
Tulsiram Prajapati.
Justice Loya.
Prakash Thombre.
Shrikant Khandalkar.
Kauser Bi.
Sohrabuddin Shiekh.
THEY JUST DIED.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 22, 2018
सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में सभी आरोपियों को सोहराबुद्दीन, उसकी बीबी कौसर बी, तुलसी प्रजापति फर्जी एनकाउंटर मामले में बरी कर देने के बाद राहुल गाँधी ने ट्वीट किया था।
अमित शाह, जो उस समय गुजरात में गृह राज्य मंत्री थे, को भी दिसंबर 2014 में निर्वासित होने से पहले इस मामले में 2010 में गिरफ्तार किया गया था लेकिन 2014 में उन्हें इस मामले से बरी कर दिया गया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि अमित शाह को सीबीआई ने कांग्रेस और उसके तत्कालीन अध्यक्ष ने “राजनीतिक षड्यंत्र” के तहत निशाना बनाया क्योंकि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को पार्टी ने राजनैतिक रूप से ख़त्म करने की साजिश की थी।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस और उसके अध्यक्ष ने शाह को राजनीतिक रूप से नष्ट करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल किया। यह उस इतिहास का सबसे अच्छा उदाहरण है, जिसमें कांग्रेस ने अपने राजनीतिक विरोधियों को नष्ट करने के किया है।”
इरानी ने कहा कि अमित शाह हर आरोपों की अग्नि परीक्षा से पाक साफ़ हो कर बाहर निकल आये हैं। कांग्रेस की तरफ से स्मृति इरानी के आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कोर्ट ने भी फैसला सुनाते वक़्त कहा कि ऐसा लगता है जैसे कुछ लोगों को फंसाने के लिए सबूतों को जमाया गया।