बंगलुरु में सत्तारूढ़ कांग्रेस को आखिरकार अपने विधायक जे एन गणेश को पुलिस शिकायत के बाद निलंबित करना ही पड़ा। उनके खिलाफ साथी विधायक आनंद सिंह के साथ झगड़े को लेकर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जिसके ऊपर विपक्षी भाजपा द्वारा मामले को छुपाने का इलज़ाम लगाया जा रहा था, उसने सिंह के बयां के आधार पर मामला दर्ज़ किया है। सिंह का फ़िलहाल अपोलो हॉस्पिटल में इलाज़ चल रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी जो कथित तौर पर मामले को गंभीरता से ले रहे हैं, उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आदेश दिया है कि वे केवल पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही चुनाव टिकेट दे, पार्टी में ऐसी कूदने वाले को नहीं। दोनों गणेश और सिंह ने पिछले महीने ही कांग्रेस में प्रवेश किया था।
ये लड़ाई इगलटन गोल्फ रिसोर्ट में हुई जहाँ कांग्रेस के विधायक, भाजपा के अवैध-शिकार के प्रयासों को विफल करने के लिए रुके हुए थे। मामले की जांच के लिए राज्यमंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा और केजे जॉर्ज के साथ कर्नाटक के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने एक स्पेशल कमिटी का भी गठन किया है।
गवाहों के अनुसार, गणेश और सिंह ने रात भर बैठ कर शराब पी थी। सूत्रों के मुताबिक, “पता नहीं गणेश को क्या हुआ मगर उन्होंने अचानक ही गमला उठाकर सिंह पर हमला कर दिया और सिंह जख्मी होकर गिर गए। जब गणेश के अंगरक्षक ने आगे बढ़ कर उन्हें फिर हमला करने से रोकने की कोशिश की तो उस पर भी हमला हो गया।”
हालांकि गणेश ने सिंह पर हमला करने की खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि उनके बीच बस बहस हुई थी। उनके मुताबिक, “मैं सिंह जी के परिवार से मांफी माँगना चाहता हूँ अगर उन्हें बुरा लगा हो तो। मीडिया जो भी बता रही है वो गलत है।”
दर्ज़ की गयी शिकायत में, सिंह ने इलज़ाम लगाया है कि उनके ऊपर गमले और डंडे से प्रहार किया गया है। मंत्री ई तुकाराम और विधायक तनवीर सैत इस घटना के गवाह हैं।