जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि कश्मीर समस्त का समाधान खून खराबा और गोली बारूद से नहीं हो सकता। कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए करतारपुर जैसे कदम उठाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए बड़ा, इमानदार और मानवतापूर्ण कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि जिस दिन मुंबई में आतंकी हमले में सैकड़ों लोगों कि जान गई थी उसी दिन करतार कॉरिडोर का शिलान्यास एक सुखद कदम है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से भारत कि तरफ से करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास किया। करतारपुर कॉरिडोर के जरिये सिक्ख श्रद्धालु आसानी से पाकिस्तान में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जा सकते हैं।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवम्बर को गुरदासपुर में डेरा बाबा नायक से अन्तराष्ट्रीय सीमा तक एक गलियारा बनाने का निर्णय लिया था।
28 नवम्बर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान की तरफ से इस कॉरिडोर का उदघाटन करेंगे।
महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान कि तरफ से उठाया गया कदम सराहनीय है और जिस तरह से हमारे नेता ने उस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी वो और भी ज्यादा काबिले तारीफ़ है। उन्होंने कहा कि चुनावो के दौरान भी करतारपुर कॉरिडोर खोले का निर्णय ले कर हमारी सरकार ने ये दिखा दिया है कि चुनाव ऐसे किसी भी राह में बाधा नहीं बन सकते जो दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी हो।
महबूबा ने कश्मीर से नियंत्रण रेख तक शारदा मंदिर गलियारे को शुरू करने कि भी अपील की जिससे हिन्दू श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के जा सकें। उन्होंने कहा कि उरी-मुज़फ्फराबाद और पूंछ -रावलकोट रूट को शुरू करना एक बहुत ही बड़ा कदम था।