भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आज डेरा बाबा करतारपुर साहिब सड़क गलियारे की नींव रखेंगे। उनके साथ केंद्रीय सदल एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री हर्सीमत कौर बदल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह इस समारोह में शामिल होंगे। भारत और पाकिस्तान की सीमा पर गलियारे के निर्माण पंजाब के गुरुदास पुरे जिले से निर्माण होना शुरू होगा।
शिरोमणि अकाली दल ने ऐलान किया है कि 26 नवम्बर को आयोजित करतारपुर गलियारे के समारोह में उनके आला अधिकारी और कार्यकर्ता भी सम्मिलित होंगे। पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 22 नवम्बर को आयोजित कैबिनेट बैठक के दौरान करतारपुर गलियारे का निर्माण का मसौदा पारित किया गया था। इसी दिन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने 28 नवम्बर को करतारपुर साहिब गलियारे के सम्मेलन आयोजित करने का ऐलान किया था।
इस गलियारे के माध्यम से भारत के सिख श्रद्धालु पाकिस्तान में स्थित दरबार सही गुरुद्वारे के दर्शन कर सकेंगे। सिखों की आस्था के मुताबिक अंतिम गुरु नानक साहिब ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष इसी गुरुद्वारे में गुजारे थे। भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बयान दिया था कि पाकिस्तान को अपनी सरजमीं में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे से अन्तराष्ट्रीय सीमा तक गलियारे का निर्माण करना चाहिए ताकि सिख श्राद्धालु आसानी से गुरुद्वारे के दर्शन कर सकें।
23 नवम्बर को आयोजित गुरुपर्व में पीएम नरेन्द्र मोदी ने शिरकत करते हुए कहा था कि करतारपुर सीमा दोनों देशों की आवाम को जोड़ने का प्रयास है जो साल 1947 की घटना के बाद नदारद था। उन्होंने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी के लोगों को बांटने वाली दीवार बर्लिन वॉल को गिराया जा सकता है तो करतारपुर साहिब भारत और पाकिस्तान की जनता के मध्य मतभेदों को दूर करने के लिए प्रचार कर सकता है।
पकिस्तान ने 23 नवम्बर को करतारपुर गलियारे की नींव रखने के आयोजन पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व क्रिकेटर और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित किया है। हालांकि चुनाव प्रचार की व्यस्ता के कारण विदेश मन्त्री ने इस न्योते को खारिज कर दिया है लेकिन भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पूरी इस समारोह में शामिल होंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने उनके राज्य में आतंकी हमलों के कारण इस आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू ने इस आमंत्रण को स्वीकार किया है।