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seo in hindi

विषय-सूचि

एसईओ फुल फॉर्म (seo full form in hindi)

आपने अक्सर एसईओ (SEO) के बारे में सुना होगा। SEO एक शार्ट फॉर्म है, जिसका फुल फॉर्म सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (search engine optimisation) होता है।

अगर आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग चलते हैं, तो आपको SEO के बारे में जानना बहुत जरुरी है।

एसईओ क्या है? (what is seo in hindi)

SEO वह सभी तकनीक होती है, जिसका इस्तेमाल कर के हम अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन के सर्च रिजल्ट में ऊपर ला सकते हैं। दरअसल, गूगल रैंकिंग देने का काम अल्गोरिथम के आधार पर करता है।

किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग में ज्यादा विजिटर पाने के लिए आपको सर्च रिजल्ट में ऊपर रहने की जरुरत होती है।

अक्सर देखा जाता है की एक ही विषय पर कई सारी वेबसाइट मौजूद होती हैं, ऐसे में अपनी वेबसाइट को सर्च रिजल्ट्स की रैंकिंग में ऊपर लाना बहुत जरुरी होता है, इसी के लिए SEO की सहायता ली जाती है।

seo के साथ आपकी वेबसाइट डिजाइनिंग भी अच्छी होनी चाहिए।

क्यों जरुरी है एसईओ? (importance of seo in hindi)

आपको बता दे की हाल ही में प्रकाशित एक सर्वे के अनुसार 90 % लोग सर्च रिजल्ट के पहले पेज के आगे नहीं जाते। ऐसे में ये जरुरी हो जाता है की आपकी वेबसाइट पहले पेज पर ही मौजूद हो।

आप अनुमान लगाइये की अगर आपकी वेबसाइट पहले पेज पर नहीं आ पाती तो आपको मात्र 10 % विजिटर ही मिल पाएंगे। अगर विजिटर नहीं हैं, तो ट्रैफिक नहीं होगा। बिना ट्रैफिक के आप एड्स से पैसे नहीं कमा पाएंगे।

अगर आपका उद्देश्य पैसे कमाने का नहीं भीं है तब भी आपकी दी गयी जानकारियां कोई नहीं पढ़ पायेगा। और अंत में आपकी मेहनत बेकार चली जाएगी।

ऐसे में SEO आपकी सहयता कर सकता है। ये ना सिर्फ आपकी वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में ऊपर ला सकता है बल्कि आपको ज्यादा ट्रैफिक भी दिला सकता है।

एसईओ के प्रकार (types of seo in hindi)

SEO मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं।

1.ऑन पेज SEO

2.ऑफ पेज SEO

ऑन पेज एसईओ (on-page seo in hindi)

ऑन पेज SEO का मतलब होता है अपने ब्लॉग या वेबसाइट को SEO फ्रेंडली बनाना। SEO का ख्याल रखते हुए वेबसाइट को डिज़ाइन करें। टेम्पलेट को ध्यान से चुने।

ये ध्यान रखें की आप का कंटेंट यूनिक और बेहतर तरीके से लिखा गया हो। टाइटल, मेटा डिस्क्रिप्शन (meta description) और कीवर्ड ध्यान से चुने। अगर मेटा डिस्क्रिप्शन में उन कीवर्ड का उपयोग करेंगे जो बहुत ज्यादा सर्च किये जाते हैं , तो गूगल को ये समझने में आसानी होगी की आपका आर्टिकल किस विषय पर लिखा गया है।

ऑन पेज SEO  की तकनीक (on-page seo technique in hindi)

वेबसाइट स्पीड – एक सर्वे के अनुसार अगर कोई वेबसाइट 5 से 6 सेकंड के बीच नहीं खुल पाती तो लोग उस वेबसाइट से किसी और वेबसाइट में चले जाते हैं।

इसका मतलब आपको अपने वेबसाइट को तेज़ रखने की जरुरत होती है। इसके लिए आप सिंपल और लुभावनीय थीम चुने, ज्यादा प्लग-इन का इस्तेमाल ना करें और अपलोड की गयी इमेज का साइज कम रखें। इन कुछ तरीकों से आपकी वेबसाइट बहुत जल्दी खुल जाएगी।

इंटरनल लिंकिंग– इसका मतलब है आपकी वेबसाइट का नेविगेशन बेहतर होना चाहिए। सरल भाषा में इधर से उधर जाने में कोई दिक्कत न हो।

ये सुनिश्चित कर ले आप ने सभी लिंक होमपेज पर बेहतर जगह पर दे रखे हों।

ऑल्ट टैग– अपनी वेबसाइट में फोटो का इस्तेमाल आपके विज़िटर्स को बढ़ा सकता है। इस्तेमाल हुई तस्वीरों को ऑल्ट टैग करना न भूलें।इससे गूगल बोट को आपकी इमेज को समझने में आसानी होती है।

कीवर्ड – सही कीवर्ड जानने के लिए ठीक से रिसर्च करना बेहद जरुरी होता है। कंटेंट , टाइटल और टैग्स में जितने सटीक कीवर्ड डालेंगे उतना ही रैंकिंग को बढ़ा सकते हैं।

पोस्ट यूआरएल– अपने पोस्ट का यूआरएल बहुत ही सरल और छोटा रखें।

ऑफ़ पेज एसईओ (off-page seo in hindi)

ऑफ़ पेज SEO आपकी वेबसाइट की प्रमोशन के लिए होता है। प्रमोशन के लिए बहुत सारे तरीके होते हैं और उनका उपयोग कर हम वेबसाइट के SEO को सुधार सकते हैं।

सबसे आम तरीका है , प्रचिलित ब्लॉग या वेबसाइट में कमेंट करना और अपने वेबसाइट का लिंक देना। इसे तकनीकी भाषा में बैकलिंक भी कहते हैं।

एक और एहम तरीका है अपने वेबसाइट का फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम का लुभावनीय पेज बनाइये। इससे वेबसाइट पर विज़िटर्स की संख्या में इजाफा हो सकता है।

ऑफ़ पेज एसईओ की तकनीक (off-page seo technique in hindi)

बैकलिंक बनाए -ये तरीका आप की वेबसाइट पर काफी विज़िटर्स ला सकता है। इसके लिए आपको सबसे प्रचलित वेबसाइट में जा कर कमेंट करना होता है। ध्यान रखें की वेबसाइट का लिंक जरूर दे। इससे आपकी वेबसाइट पर विज़िटर्स बढ़ते हैं।

सर्च इंजन सबमिशन– अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में सही तरीके से सबमिट करें।

सोशल मीडिया– अपनी वेबसाइट के सोशल मीडिया में पेज बनायें और उन्हें अपडेट रखें। ऐसा करने से सोशल मीडिया से विसिटोर्स आने की संभावना बढ़ जाती है।

प्रश्न-उत्तर वेबसाइट– अपनी वेबसाइट का लिंक प्रश्न-उत्तर वेबसाइट पर दे। आप ने जिस विषय पर ब्लॉग लिखा है उस विषय को सर्च कीजिये। वहां लोगों के सवालों का जवाब देकर साथ वेबसाइट भी दे दें। इससे वो लोग आपकी वेबसाइट पर और जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और ट्रैफिक भी बढ़ जायेगा।

वाइट हैट और ब्लैक हैट एसईओ (white hat seo and black hat seo in hindi)

वाइट हैट एसईओ – तकनीक जिन्हें सर्च इंजन ठीक मानते हैं और मंजूर  करते हैं।

ब्लैक हैट एसईओ – तकनीक  जिन्हें सर्च इंजन मंजूर नहीं करते और असर भी कम करता हैं।  इन्हें स्पैंडेक्सिंग भी कहते हैं।

वाइट हैट एसईओ (white hat seo in hindi)

  • ये सर्च इंजन की बनाई गयी गाइड लाइन को फॉलो करता है।
  • इसमें किसी भी प्रकार का फाल्ट नहीं है।
  • ये सर्च इंजन इंडेक्स से जुड़ा हुआ है, और यूजर के लिए सहायता पूर्ण  है।
  • ये तय  करता है की वेबपेज के कंटेंट यूजर के लिए ही हैं, न की केवल सर्च इंजन के लिए।
  • ये वेब पेज की अच्छी क्वैलिटी को तय करता है।
  • ये वेबसाइट में काम के कंटेंट होने को तय करता है।

ब्लैक हैट एसईओ (black hat seo in hindi)

  • ऐसे रैंक को बढ़ाने की कोशिश करना जो की सर्च इंजन के द्वारा मंजूर नहीं किये गए हैं।
  • विजिटर को एक पेज से दूसरे पेज पर रेडिरेक्ट करना जो की सर्च इंजन के लिए मानव के अनुकूल नहीं है।
  • विजिटर को ऐसे पेज पर रेडिरेक्ट करना जो की एक अलग पेज है उस पेज से जिसे सर्च इंजन ने रैंक किया था।
  • कई बार मेटा टैग्स में एक ही कीवर्ड को रिपीट करना, और ऐसे कीवर्ड इस्तेमाल करना जो की वेबसाइट के कंटेंट से मेल नहीं खता है।
  • निम्न स्तरीय वेबसाइट बनाना जिनमे बहुत कम कंटेंट हैं और एक जैसे कीवर्ड्स रिपीट किये गए हों।

seo से सम्बंधित किसी भी प्रकार के सवाल या सुझाव को आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

3 thoughts on “एसईओ क्या है? फुल फॉर्म, जानकारी”
  1. main ek blog start kar raha hoon. mujhe blog ki ranking badhaane ke liye seo seekhna hai? bataiye ki google ki ranking acchi karne ke liye seo kaise seekhein?

  2. Maine ek blog banaya hai aur me seo utana achhe se nahi kar raha hoon to kya aap mujhe help kar sakte hai isake related

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