बिहार में गठबंधन का मसला सुलझने के बाद अब उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए मुश्किल कड़ी हो गई है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी और गाजीपुर के दौरे पर थे लेकिन भाजपा के दोनों सहयोगियों अपना दल (एस) और सोहेलदेव भारत समाज पार्टी ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा “भाजपा के राय नेतृत्व ने समाज के कमजोर वर्गों का अपमान किया है। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता करता हूँ कि वो हस्तक्षेप करें। जब तक मसला हल नहीं होता हम किसी भी सरकारी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगे।” पटेल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है भाजपा अध्यक्ष हमारी आवाज सुनेंगे और मसले को हल करेंगे।
शुक्रवार को पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में वाराणसी समेट 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उम्मीदवार हैं। 2014 में पार्टी ने मिर्जापुर और प्रतापगढ़ सीट पर चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी।
उत्तर प्रदेश की 80 में से 15 लोकसभा सीटों पर अपना दल (एस) का प्रभाव है, कुर्मी और पटेल वोट बैंक पार्टी का मुख्य आधार है और ये इन क्षेत्रों में तदाताओं का एक बड़ा हिस्सा है।
प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में कुर्मी समुदाय के लगभग एक लाख मतदाता हैं। आशीष पटेल, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं, जिन्होंने एनडीए मे छोटे सहयोगियों के प्रति राज्य भाजपा नेतृत्व के व्यवहार पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए अपनी पूर्व टिप्पणी का समर्थन किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के देवरिया जिले के एक कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।
अब पटेल ने वाराणसी और गाजीपुर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया। गाजीपुर में प्रधानमंत्री महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी किया और एक रैली को भी संबोधित किया।
महाराजा सुहेलदेव राजभर, सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के प्रतिष्ठित आइकन हैं। पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में मंत्री पद पर हैं लेकिन भाजपास यूनकी नाराजगी जग जाहिर है। वो खुलेआम एलान कर चुके हैं कि 2019 में भाजपा की हार होगी।
राजभर समुदाय का पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ सीटों पर अच्छा ख़ासा प्रभाव है जिसमे घज़िपुर, जौनपुर और आजमगढ़ भी शामिल हैं।
राजभर खुद गाजीपुर जिले के ज़हूराबाद से विधायक हैं। उन्होंने भी प्रधानमंत्री के समारोह में हिस्सा नहीं लिया।