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    `मून जे इन

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने सोमवार को उम्मीद जताई कि उत्तर कोरिया इस माह डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के दौरान सकारात्मक तरीके से पेश आएंगे। उन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता को बहाल करने के काफी प्रयास किये हैं। फरवरी में परमाणु निरस्त्रीकरण पर समझौता करने में विफल डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के पास कोई विकल्प नहीं छोड़ा था।

    मून जे इन ने कहा कि 11 अप्रैल के सम्मेलन में वह अमेरिका और उत्तर कोरिया की वार्ता को बहाल करने के बाबत बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के प्रयासों पर उत्तर कोरिया की प्रतिक्रिया सकारात्मक होगी।

    वियतनाम में आयोजित बैठक में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन किसी समझौते पर नहीं पंहुच पाए थे। उत्तर कोरिया ने आर्थिक प्रतिबंधों से निजात पाने के लिए अमेरिका पर दबाव बनाया था लेकिन वांशिगटन ने इससे इंकार कर दिया था। मून जे इन ने सलाहकार ने कहा कि अमेरिका आल और नथिंग का अप्रोच नहीं अपना सकता है।

    ब्लूमबर्ग के मुताबिक मून जे इन ने कहा कि “हमारे राष्ट्र हितो और कोरियाई पेनिनसुला के भविष्य के लिए कोई मददगार नहीं है। यह प्रयास वाकई गैर जिम्मेदाराना है और वो भी उनका राष्ट्र संकट का दौर से गुजर रहा है। हनोई सम्मेलन की विफलता से कुछ अस्थायी चुनौतियाँ जरूर उत्पन्न है लेकिन स्पष्ट है कि उत्तर कोरिया या अमेरिका वापस भूतकाल में नहीं जायेंगे।”

    यूएन की आज्ञा का उल्लंघन करके उत्तर कोरिया सालो से परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम कर रहा है। सिंगापुर में पहले शिखर सम्मेलन के बाद उत्तर कोरिया और अमेरिका के सम्बन्ध काफी बुरे दौर से गुजरे हैं।

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति दफ्तर ने कहा कि बुसान में नवंबर को आयोजित आसियान सम्मेलन में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को आमंत्रित करने के बाबत नेताओं में बातचीत का दौर जारी है।

    शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कंग क्युंग वह ने अमेरिकी सचिव माइक पोम्पिओ से मुलाकात की थी। उन्होंने पत्रकारों को कहा कि “वह परमाणु आर्सेनल में रियायत बरतने के लिए उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के लिए राज़ी है। हनोई सम्मेलन के बाद बातचीत शुरू करने के लिए इस समय कौन सी स्टेज महत्वपूर्ण है। बाधाओं को कम करने के लिए वह ट्रम्प के साथ मुलाकात करेंगे और शान्ति की तरफ नए मार्गों को खोजेंगे।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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