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    आसिया बीबी

    पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपों से बरी हुई आसिया बीबी के पति ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मदद की गुहार लगायी है। उन्होंने कहा पाकिस्तान में उनका परिवार सुरक्षित नहीं है। हाल ही में पाकिस्तान की सरकार ने प्रदर्शनकारी इस्लामिक समूह के साथ डील की थी। इस डील के मुताबिक आसिया बीबी देश के बाहर नहीं जा सकती है।

    साल 2010 में लगाए ईशनिंदा के आरोपों के बाद आसिया बीबी को मौत की सज़ा सुनाई गयी थी। हालांकि शीर्ष अदालत ने आसिया बीबी को बरी कर दिया था। उच्चतम न्यायलय के आदेश के बाद इस्लामिक समूहों ने पाकिस्तान में जमकर उत्पात मचाया था। उन्होंने सार्वजानिक संपत्ति को आगजनी किया साथ ही सड़के जाम कर दी थी।

    सरकार ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारी समूह के साथ समझौता किया और आसिया बीबी के देश छोड़ने पर पाबंदी लगा दी थी। आसिया बीबी की रिहाई के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की जा चुकी है। आसिया बीबी के पति ने कहा कि सरकार की आदोलनकारियों के साथ समझौता गलत था। उन्होंने कहा कि मैं डोनाल्ड ट्रम्प से आग्रह करता हूँ, कि हमारी देश छोड़ने में मदद करे। उन्होंने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा में से भी मदद की गुहार लगाई है। साथ ही मसीह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से भी मदद मांगी है।

    ब्रिटिश पाकिस्तानी क्रिस्चियन एसोसिएशन के अधिकारी विल्सन चौधरी ने बताया कि आसिया बीबी की परिवार की उम्मीद अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा पर टिकी है, कि यह देश उन्हें सुरक्षित स्थान मुहैया करेंगे। उन्होंने कहा कि साथ ही इस केस में आशिया बीबी के मददगार और उनके रिश्तेदारों को भी सुरक्षित स्थान मुहैया करना चाहिए।

    विल्सन चौधरी ने कहा कि यदि आसिया बीबी ने पाकिस्तान छोड़ दिया, तो उनसे सम्बन्धी सभी परिवारजनों और परिजनों की हत्या कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बीबी की गिरफ्तारी उनके परिवार के लिए राहत की जगह आफत लेकर आई है।

    आसिया बीबी के पति ने कहा कि अदालत के साहसिक निर्णय के बावजूद हम खतरे में हैं। उन्होंने कहा हमें कोई सुरक्षा मुहैया नहीं की गयी, हम ईधर से उधर लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे डर है मेरी पत्नी को कैद में मार दिया जायेगा।

    साल 2009 में ईसाई महिला पर पड़ोसी मुस्लिमों ने उनके बर्तन से पानी पीने के कारण धर्मपरिवर्तन के लिए मजबूर किया था। आसिया बीबी के मना करने पर पड़ोसियों ने उनके खिलाफ अदालत में ईशनिंदा की याचिका दायर की थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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