भारत के उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त जज मार्कंडेय काटजू ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सराहना की और कहा कि एक असल राजनेता है और नोबेल पुरूस्कार के हकदार है। भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी गतिरोध को कम करने में भूमिका पर काटजू ने कहा कि “पाकिस्तानी पीएम नोबेल पुरूस्कार के हकदार है।”
पाकिस्तानी चैनल पर फ़ोन से बातचीत करते हुए पूर्व जज काटजू ने कहा कि “इमरान खान ने सीमा तनाव को संतुलन, बुद्धिमता और परिपक्वता से इमरान खान ने कम किया है।” जिओ न्यूज़ के एंकर हामिद मीर ने ट्वीटर अकाउंट पर इसकी क्लिप साझा की है।
Former Judge of Indian Supreme Court Justice Markandey Katju praised the peace initiative of @ImranKhanPTI and said PM of Pakistan deserve noble peace prize pic.twitter.com/TWiJ3gPGpU
— Hamid Mir حامد میر (@HamidMirPAK) March 5, 2019
काटजू ने कहा कि “मैं इमरान खान के भाषण से बेहद प्रभावित हुआ। वह अद्भुत था। उसमे एक असल राजनेता की खूबियां दिखाई देती है। एक क्रिकेटर और राजनेता होने के आलावा वह एक बुद्धिजीवी भी है। आपके प्रधानमंत्री को मेरा सलाम।”
इमरान खन की सराहना के कसीदे पढ़ते हुए शीर्ष अदालत के पूर्व जज ने कहा कि “उनका भाषण संतुलित, परिपक्व और बुद्धमता से भरा था। शान्ति के साथ उन्होंने बताया कि जंग कोई समाधान नहीं है। वह बेहद प्रभावित भाषण था। मेरे ख्याल से उनके भाषण को पूरे विश्व में भेजना चाहिए। वह नोबेल पुरूस्कार के हकदार है। आपके पास बेहद अच्छा राजनेता है।”
ट्वीटर पर ट्रोल किये जाने के बाद काटजू ने ट्वीट कर कहा कि “जब मैंने पाकिस्तान को नकली और बनावटी देश कहा तो एक भी पाकिस्तानी ने मुझे अपशब्द नहीं कहे थे। लेकिन जब मैंने इमरान खान की सराहना की तो दर्जनों भारतीयों ने मुझे गालियां दी, मुझे बूढ़ा, गद्दार, पागल और न जाने क्या क्या कहा और साथ ही मुझे पाकिस्तान में प्रवास करने को कहा गया। अब बताओ, किस्मे ज्यादा परिपक्वता है?”
https://twitter.com/mkatju/status/1101785564284518402
यह आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी जैश ए मोहम्मद द्वारा के कारण पाक वैश्विक स्तर पर आलोचनाओं को झेल रहा है। वैश्विक दबाव में आकर ही पाक अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।पाकिस्तान की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों या आतंकी समूहों पर प्रतिबंधों को अमल में लाने के लिए आदेश जारी किये हैं।