पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री भारत के आंतरिक मुद्दों में दखल देने के कारण निशाने पर बने रहते हैं। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को इमरान खान को नसीहत दी कि उन्हें भारत की समावेशी राजनीति से सीखना चाहिए।
भारत के फिल्म जगत के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की थी, जिस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने विवादित बयान दिया है।
पाकिस्तानी पीएम का बयान
उन्होंने कहा कि भारत के अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान को लेकर आज वही अनुभूति हो रही है, जो मोहम्मद अली जिन्ना ने आज़ादी के दौरान कही थी। उन्होंने कहा आज हिंदुस्तान में वही हो रहा है। इमरान खान ने कहा कि उनकी स्सराकर नरेन्द्र मोदी को अल्पसंख्यकों की कद्र करना सिखाएगी और बताएगी कि समानता से व्यवहार कैसे करते हैं?
एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी का पलटवार
इमरान खान के बयान पर अध्यक्ष ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक किसी मुस्लिम को ही राष्ट्रपति के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में दलित समुदाय के भी कई प्रतिनिधि राष्ट्रपति पद पर नियुक्त हुए हैं। उन्होंने कहा “खान साहब यही वक्त है जब आप भारत से समावेशी राजनीति और अल्पसंख्यकों के अधिकार के बाबत सीख सकते हैं।”
20 दिसम्बर को नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर हिंसा के बाबत अपनी चिंता जाहिर की थी। इस हिंसक घटना में एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह की हत्या की गई थी, जो अखलाक लिंचिंग केस की जांच कर रहे थे।