इस्लामिक जिहाद आतंकी समूह ने शुक्रवार को कहा कि शनिवार को आयोजित जन प्रदर्शन के दौरान नागरिकों की मृत्यु होने पर इजराइल के साथ जंग होगी। ईरान के समर्थित समूह मिलिट्री विंग अल-क़ुद्स के प्रवक्ता ने आम नागरिकों को इस प्रदर्शन में जुटने को कहा है। इस जारी वीडियो में उन्होंने इजराइल को धमकी भी दी है।
टाइम्स ऑफ़ इजराइल के मुताबिक प्रवक्ता अबू हमजा ने वीडियो में कहा कि “फिलिस्तानियों का रक्त बहाने के खिलाफ हम यहूदी शत्रुओं को सावधान करते हैं और जोर देकर कहते है कि आम नागरिकों की मौत और कुछ नहीं सिर्फ जंग का पैगाम लेकर आएगी।”
शनिवार को लैंड डे के लिए हज़ारो ग़ज़ा के नागरिक इस प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। साल 1976 में इजराइल की सरकार ने अरब के मालिकाना हक़ वाली गलीली क्षेत्र की जमीन को उत्तरी इजराइल के हिस्सा बनाने का निर्णय लिया था। इस प्रदर्शन से इजराइल और फिलिस्तीन के ग़ज़ा में स्थित आतंकी समूहों के बीच हवाई फायर के बढ़ने की आशंका है। हाला ही में बीते हफ्ते ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला था।
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इजराइल के मुताबिक हमास आतंकी समूह यहूदी राज्य का नामोनिशान खत्म करने की मंशा रखता है। अभियानों के जरिये वह अपने कुटिल मंसूबो को पूरा करता है। हिंसक सैन्य गतिविधियों को छिपाने के लिए वह नागरिक प्रदर्शन का इस्तेमाल करता है।
30 मार्च 2018 में पहले प्रदर्शन में 30000 फिलिस्तानियों ने भागीदारी की थी। सीमा की रक्षा करने वाली आईडीएफ के साथ झड़प में 15 फिलिस्तानियों की हत्या हो गयी थी। यूएन मानव अधिकार परिषद् के फरवरी के आंकड़ों के अनुसार इसके बाद सीमा हिंसा में 180 फिलिस्तानियों की मौत हुई है। हमास ने अपने दर्जनों सदस्यों की हत्या का दावा किया था।
हमास, इस्लामिक जिहाद और अन्य आतंकवादी समूहों ने शनिवार को आयोजित प्रदर्शन से पूर्व यह बयान जारी किये हैं। यह प्रदर्शन दोपहर एक बजे से शुरू होगा।
आईडीएफ ने फिलिस्तानियों को रेड लाइन पार न करने की धमकी दी है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी कर्नल इयाद सरहान ने कहा कि “सीमा और सुरक्षा बाड़ से दूर रहना। यहां से 300 मीटर की दूसरी को बरकरार रखना। शुक्रवार को अरबी भाषा में जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि “अपने जीवन की रक्षा करो, दूर रहना और मासूमों को गज़ा पट्टी के आतंकियों से दूर रखना।”
वाल्ला न्यूज़ साइट के मुताबिक आईडीएफ कमांडर सभी परिदृश्यों से निपटने की तैयारियां कर रहे हैं। आईडीएफ ने ग़ज़ा विभाजन पर तीन अतिरिक्त टीम की तैनाती की है। हमास और इजराइल की सेना के बीच हिंसक झड़प पर मिस्र की सैन्य ख़ुफ़िया प्रतिनिधि टीम भी कार्य कर रही है।