आलोक नाथ के वकील अशोक सरावगी ने कहा है कि विंता नंदा एक स्क्रिफ्ट राइटर होने की वजह से मनगढ़ंत कहानियाँ बना रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विंता नंदा ने पब्लिसिटी पाने और पैसे ऐठने के लिए ऐसा किया है।
आलोक नाथ ने विंता नंदा के खिलाफ़ मान हानि का मुकदमा दर्ज़ करवाया है इस मामले में दिन्दोशी में स्थित सेशन कोर्ट से आज आर्डर आने की उम्मीद है।
आलोक नाथ का कहना है कि विंता नंदा का यह कहना सरासर झूठ है कि मैंने उनका यौन शोषण किया था और वह ऐसा कह कर मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं।
आलोक नाथ ने नंदा के खिलाफ़ एक निरोधक आदेश ज़ारी कराया था, जिसका विंता नंदा के वकील की तरफ से बचाव किया गया। नंदा के वकील धृति कपाडिया ने कोर्ट को बताया कि विंता नंदा द्वारा लगाए आरोप सत्य हैं और #मीटू मूवमेंट ने उनको अपनी बात कह पाने का मौका दिया हैं। यह किसी को भी बदनाम करने की कोशिश नहीं है।
धृति ने यह भी कहा कि यदि विंता के खिलाफ़ कोई भी आर्डर दिया जाता है तो इसका लोगों पर गलत प्रभाव पड़ेगा और इसकी वजह से बाकी औरतों को भी निराशा होगी जो इस मूवमेंट के ज़रिये सामने आई हैं।
धृति ने यह भी कहा कि मानहानि का केस थोपने की विधि का दुरपयोग किया जाएगा और इसका इस्तेमाल औरतों के खिलाफ़ और उनका शोषण करने के लिए हो सकता है इसलिए कोर्ट की तरफ से कोई भी निषेध पत्र नहीं ज़ारी किया जाना चाहिए।
अलोक नाथ के वकील ने कहा है कि एक स्क्रीनराइटर होने की वजह से नंदा ने खुद के साथ बलात्कार होने की एक मनगढ़ंत कहानी बना ली है। उन्होंने नंदा पर यह आरोप लगाया कि वह पैसे और पब्लिसिटी पाने के लिए ऐसा कर रही हैं।
सरोगी ने यह भी कहा कि नंदा ने तब यह आरोप क्यों नहीं लगाया जब लगभग 20 साल पहले यह घटना घटी थी और विंता के सामने यह भी सवाल रखे कि उस समय आपने कानून की मदद क्यों नहीं मांगी और चुप क्यों रहीं ?
आपको बता दें कि विंता नंदा ने अलोक नाथ पर उनके साथ बलात्कार करने के आरोप लगाए थे और अलोक नाथ ने विंता के खिलाफ़ मान-हानि का मुकदमा दायर करने की अर्जी दी है। इस मामले में आज कोर्ट से ऑर्डर आने की उम्मीद है।