दिल्ली के सीएम अरविंद केजरिवाल के दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित पर बयान देने पर कांग्रेस ने कहां आप राष्ट्रीय संयोजक कभी भी शीला दीक्षित की लोकप्रियता की कभी बराबरी नही कर पायगें। केजरिवाल के शीला दीक्षित को जरूरी न कहने वाले बयान पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कार्यत अध्यक्ष राजेश लिलौठिया ने कहां शीला दीक्षित सिर्फ दिल्ली में ही नही पूरे देश में लोकप्रिय हैं।
अरविंद केजरिवाल ने हाल ही में विशाखापत्तनम में मीडिया कर्मियों से कहां था कि आम आदमी पार्टी के कांग्रेस से गठबंधन कर लेकर उन्होने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। शीला दीक्षित इतनी महत्वपूर्ण नेता नही हैं।
दिल्ली के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रवक्ता रमाकांत गोस्वामी ने कहा कि आप नेता एक तरफ गठबंधन करना चाहते हैं, वही दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी की नीतियों और सिद्धांतो को चुनौती दे रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र कुमार कोचर कहा कि यह ध्यान देने वाली बात हैं कि यह वही केजरिवाल हैं जिन्होने पिछले आरएसएस और बीजेपी की मदद से कांग्रेस को कमजोर करना का काम किया था। उन्होने आगे कहा कि आप ने पिछले साल हुए मध्य प्रदेश,राजिस्थान और छत्तीसगढ़ विधांसभा चुनाव में कांग्रेस के वोट काटने के लिए अपने उम्मीदवार उतारे और अपनी सारी सुरक्षा जमा राशि खो बैठा था।
पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शीला दीक्षित ने सभी सातों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को जिताने को कहां, और उन्होंने प्रार्टी कार्यकर्ताओं से डोर टू डोर प्रचार करके लोगों को बीजेपी की केंद्र और तीनों नगर निगम नाकामी से अवगत कराने को कहां।
कांग्रेस के वादों से अवगत कराते हुए कहा कि कांग्रेस देश के 5 करोड़ गरीब परिवारों को 72000 रु प्रतिमाह देगी। यह विश्व में एकमात्र एसी योजना हैं जो लोगों के जीवन स्तर को उपर उठाने में मददगार हैं।
शीला दीक्षित आप के साथ होने वाले गठबंधन के खिलाफ थी। अतीत में केजरिवाल ने कई बार दीक्षित को कई बार भ्रष्ट करार दिया। दोनों ही पार्टियों के बीच की कड़वाहट कम होती नजर नही आ रही हैं।