फिल्म निर्माता-निर्देशक अरबाज़ खान का कहना है कि सलमान खान जैसा सुपरस्टार भाई होना, जरूरी नहीं है कि उन्हें किरदार दिलाये और उन्होंने इस इंडस्ट्री में मेहनत कर अपने लिए जगह बनाई है।
पीटीआई को उन्होंने बताया-“मैंने अब तक 70 फिल्में की हैं। ऐसे लोग हैं जिन्हें दो फिल्मों के बाद अभिनय करने का मौका नहीं मिलता है। मैं इंडस्ट्री में दो दशकों से अधिक समय से हूँ। कोई भी मुझे केवल ये सोच कर काम नहीं देता रहेगा कि मैं सलमान खान का भाई हूँ।”
उन्होंने आगे कहा-“सलमान की वजह से लोग मुझे एक या दो फिल्में दे सकते हैं लेकिन कोई भी मेरा करियर नहीं बना सकता। मुझे इसके लिए काम करना होगा। मुझे अपनी योग्यता के आधार पर काम मिल रहा है, चाहे वह अच्छा हो या बुरा। दिन के अंत में मैं अपने दम पर यहां खड़ा हूँ।”
अरबाज़ खान अनुभवी स्क्रीनराइटर और लेखक सलीम खान के बेटे हैं और उन्होंने जूही चावला के विपरीत अब्बास मस्तान की फिल्म ‘दरार’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था।
तबसे लेकर अब तक उन्हें कामयाबी भी मिली है और नाकामयाबी भी। उनके कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्मो के नाम हैं ‘प्यार किया तो डरना क्या’, हेलो ब्रदर’- अपने भाई सलमान के साथ और बहु-कलाकारों वाली फिल्में जैसे ‘क़यामत: सिटी अंडर थ्रेट’, ‘हलचल’ और ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’।
हालांकि उनके करियर में खेल तब बदला जब 2010 में उनकी फिल्म ‘दबंग’ और फिर ‘दबंग 2’ आई। अरबाज़ ने फिल्म का ना केवल निर्देशन किया बल्कि निर्माण और उसमे अभिनय भी किया था। सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत फिल्म को दर्शको से बहुत प्यार मिला था और वह फ़िलहाल अपने निर्माण में ‘दबंग 3’ बना रहे हैं।
अरबाज़ ने कहा कि वह अपनी पेशेवर उपलब्धियों से खुश हैं।