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    ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी

    अमेरिका और ईरान के मध्य प्रतिबंधों के कारण तल्खियाँ बढती जा रही है। ईरानी आर ईरान एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं। ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि अमेरिका के प्रतिबन्ध आर्थिक आतंकवाद की तरह है। उन्होंने कहा कि सम्मानीय राष्ट्र ईरान के खिलाफ अमेरिका के अन्याय और गैर कानूनी तेल और अन्य उत्पादों पर प्रतिबन्ध एक सीधा आर्थिक आतंकवाद है।

    हसन रूहानी आतंकवाद और शेत्रिय सहयोग के सम्मेलन में शरीक हुए थे। उन्होंने कहा कि हम शोषण की मार झेल रहे हैं जो न सिर्फ हमारी आज़ादी और पहचान के लिए खतरा हिया बल्कि यह हमारे मज़बूत संबंधों को भी तोड़ रहे हैं।

    हसन रूहानी ने कहा कि जब अमेरिका ने चीन पर व्यापार के लिए दबाव बनाया, हम को भी चोट पंहुची….तुर्की को सज़ा देने पर, हम सभी को सज़ा मिली थी। अमेरिका ने जब भी रूस को धमकाया है, हमें अपनी सुरक्षा भी खतरे में लगी है। उन्होंने कहा कि ईरान पर प्रतिबन्ध थोपकर अमेरिका ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास के फायदों से हमें वंचित किया है… उन्होंने सभी पर प्रतिबन्ध थोपे हैं।

    हसन रूहानी ने कहा कि हम यहाँ यह कहने के लिए एकत्रित हुए हैं कि कोई भी अमेरिका की बदतमीजी बर्दास्त नहीं करेगा। रूहानी ने यूरोप को भी चेताया है। उन्होंने कहा कि ईरान पर प्रतिबन्ध लगाकर अमेरिका हमारी आतंकवाद और ड्रग के खिलाफ लड़ाई को कमजोर कर रहा है।

    यूरोप का विरोध

    अमेरिका का ईरान के साथ परमाणु संधि तोड़ने की यूरोप ने आलोचना की थी। यूरोप ने अमेरिकी को प्रतिबंध न लगाने के कई प्रयास किये और ईरान के साथ व्यापार बनाये रखा। यूरोपीय संघ ईरान के साथ व्यापार जारी रखने के लिए पेमेंट प्रणाली पर विचार कर रहे हैं। हालांकि ट्रम्प प्रशासन के प्रतिबंधों के भय से कोई भी देश ईरान के साथ कार्य करने के लिए आगे नहीं बढ़ रहा है।

    ईरान में आयोजित यह बैठक दूसरा क्षेत्रीय सम्मेलन है इससे पूर्व दिसम्बर माह में इस्लामाबाद में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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