अमेरिका, पाकिस्तान सहित विश्व के कई देशों ने कश्मीर में हुए पुलवामा आतंकी हमले की आलोचना की है। जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए इस हमले में सीआरपीएफ के 44 सैनिक शहीद हो और कई सैनिक बुरी तरह जख्मी है। इस आत्मघाती हमले को 22 वर्षीय एक युवा ने अंजाम दिया था जिसने अपने वाहन को सीआरपीएफ की बस से टक्कर मार दी थी।
पाकिस्तान ने पुलवामा हमले पर सफाई देते हुए कहा कि “जिले में यह आतंकी हमला गंभीर मामला है और उन्होंने भारतीय मीडिया और सरकार के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत बिना सबूत के पाकिस्तान के दामन को दागदार नहीं कर सकता है।”
Afghanistan President Ashraf Ghani statement: Terrorism is a cancer in the region, and it requires collective efforts to root it out. #PulwamaAttack https://t.co/Kq8ySExZzl
— ANI (@ANI) February 15, 2019
पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि “हम भारतीय मीडिया और सरकार के बिना तफ्तीश के आरोपों को खारिज करते हैं। हम घाटी में ऐसे हिंसक हमलों की सदैव निंदा करते रहे हैं।”
रूस ने कहा कि “ऐसे अमानवीय कृत्यों को एक निर्णायक और सामूहिक तरीके से खत्म करने की जरुरत है, इसमें कोई दो विचारधारा नहीं होनी चाहिए।” रुसी राजदूत ने कहा कि बिना किसी दोहरे चरित्र को दर्शाते हुए ऐसे अमानवीय कृत्यों को रोकने की जरुरत है।
Nikolay R. Kudashev, Russian Ambassador to India: It's with great sorrow that we learnt about the attack. All the perpetrators should be punished. We express our heartfelt condolences to the grieving families of the deceased. #PulwamaAttack pic.twitter.com/08ziWcgvfu
— ANI (@ANI) February 15, 2019
अमेरिका ने गुरूवार को कहा कि “पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर पनप रहे आतंकी समूहों को समर्थन देना तत्काल बंद कर देना चाहिए।” पाकिस्तान को इस हमले का जिम्मेदार ठहराते हुए व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सांडर्स ने कहा कि ” पाकिस्तान समर्थित जैश ए मोहम्मद आतंकी द्वारा इस घृणित अपराध की अमेरिका कड़े लहजे में निंदा करता है।”
सारा सांडर्स ने कहा कि “पाकिस्तान को अमेरिका चेतावनी देता है कि अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना बंद करें, जिनका मकसद क्षेत्र में अराजकता, हिंसा और आतंक फैलाना होता है। यह हमला भारत और अमेरिका की आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को अधिक मज़बूत कर देगा। आतंकवाद का सफाया करने में अमेरिका हमेशा भारत के साथ है।”
ऑस्ट्रेलिया ने कश्मीर में हुए इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवार के साथ हमारी संवेदना है। हमारे विचार भारतीय प्रधानमंत्री और भारतीय जनता के साथ है। भारत के पड़ोसी देशों बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने एकजुटता का प्रदर्शन किया और संयुक्त होकर आतकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का संकल्प लिया।
अफगानिस्तान ने कहा कि जो पाकिस्तानी समर्थित आतंकियों ने हमारे देश में किया, वैसा ही हमला भारत में आज किया गया। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि “सभी तरीके के आतंकवाद के खिलाफ बांग्लादेश अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है, आतंकी गतिविधियों के खिलाफ ‘जीरो टोलेरेंस पालिसी’ है।
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि “किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि को उचित नहीं ठहराया जा सकता है, नेपाल ऐसी वारदात के सख्त खिलाफ है।” भूटान के प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है और हम हालातों पर पैनी निगाह बनाये हुए हैं। किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधयों की भूटान आलोचना करता है।