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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लयू बुश का 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति के परिवार ने उनके देहांत की सूचना दी थी। उनके परिवार के प्रवक्ता मकेग्रेथ ने कहा कि पत्नी बारबरा बुश के निधन के लगभग आठ माह बाद शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति ने भी अपने जीवन की आखिरी सांस ली थी।

अमेरिका के राजनीतिज्ञों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लयू बुश को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। सोमवार को पूर्व दिवंगत राष्ट्रपति के शव को राजधानी में दर्शन के लिए रखा गया था। जॉर्ज बुश के कैबिनेट मंत्री, उप राष्ट्रपति और शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों ने अमेरिका के 41 वें राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

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जॉर्ज डब्लु बुश के परिवारजनों के जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अमेरिका की प्रथम महिला ने जॉर्ज बुश को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। सांसद मित्च मक्कोन्नेल्ल ने कहा कि बुश एक नम्र व्यक्ति और सिद्धांतों वाले नागरिक थे। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने हमे ऊंची उड़ान भरना सिखाया था और उन्होंने यह इस नम्रता और दयालुता से किया, उसक दसवा भाग भी आज किसी व्यक्ति में मिलना मुश्किल है।

दिग्गज डेमोक्रेटिक नेता ने कहा कि बुश एक सुन्दर और प्यारे इंसान थे, उनके साथ कार्य करना गर्व की बात है।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्लयू बुश और फ्लोरिडा के पूर्व गवर्नर जेब बुश उनके पुत्र थे। बेटे जॉर्ज बुश के प्रवक्ता ने ट्विटर पर कहा कि जेब, नील, मारविन, डोरो और मैं यह सूचना साझा करते हुए दुखी है कि 94 वर्षीय पिता का देहांत हो गया है। उनके पांच बच्चे और 17 पोते-पोतियों को छोड़कर वह चले गए हैं।

वह द्वितीय विश्वयुद्ध कर साक्षी थे और और आने अंतिम क्षणों में पार्किसन की बीमारी के कारण व्हीलचेयर पर थे। हालांकि अभी उनकी मृत्यु के कारण का खुलासा नही हुआ है। साल 1944 में बुश वरिष्ठ पायलट थे। साथ ही वह यूएन में राजदूत और सीआईए के निदेशक भी थे।

गल्फ वॉर के बाद साल 1992 में राष्ट्रपति चुनाव में हार का स्वाद चखने के बाद उन्होंने कहा था कि मीडिया की अफवाहों ने जनता के विचारों को पलट दिया था। उन्होंने कहा कि वह अच्छे वक्ता न होने के कारण चुनाव हार गए थे। उन्हें बिल क्लिंटन ने चुनावी रेस में पछाड़ा था।

जॉर्ज डब्लयू बुश के कार्यकाल के दौरान ही खाड़ी युद्ध हुआ था। जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था तो अमेरिका ने सैन्य दखल देकर इराक के सद्दाम हुसैन को।रोका था। बुश ने सऊदी अरब के लिये अमेरिकी बलों को तैनात किया जबकि अन्य देशों से उनकी सेना को इस इलाके में भेजने का आग्रह किया था।

उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने कहा कि उनका उदहारण सदैव हमें प्रेरणा देगा, उनकी सम्पूर्ण जीवन की सर्विस अमेरिकी नागरिकों की जहन में रहेगी। अधिकारिक संस्कार के बाद आम जनता को पूर्व राष्ट्रपति के शव के दर्शन करने की अनुमति दी गयी थी।

डोनाल्ड ट्रम्प ने जॉर्ज डब्ल्यू बुश को सामान देने के लिए बुधवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और नैस्डेक को बंद रखने के आदेश जारी किये हैं।

By कविता

कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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