अमेरिका और दक्षिण कोरिया के अधिकारीयों ने गुरूवार को वांशिगटन में उत्तर कोरिया में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया से सम्बंधित बातचीत की थी। इस बैठक में परमाणु हथियार कार्यक्रम को रद्द करने और कम्युनिस्ट मुल्क पर थोपे प्रतिबंधों के बाबत बातचीत की गयी थी।
पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत
वियतनाम के हनोई में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की मुलाकात के बाद पहली बार सीओल और वांशिगटन के अधिकारीयों की मुलाकात हुई है। यह दूसरा शिखर सम्मेलन बगैर किसी समझौते के समाप्त हो गया था।
अमेरिकी राज्य विभाग के उप प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो के हवाले से योनहाप न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि “दोनों पक्षों ने संयुक्त लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रयासों के बाबत जिक्र किया, पूर्ण निरक्षित परमाणु निरस्त्रीकरण और यूएन सुरक्षा परिषद् के प्रस्ताव को अमल में लाने के बाबत विचार विमर्श किया था।”
अमेरिका और दक्षिण कोरिया की मुलाकात
साथ ही उन्होंने साझेदार होने के नाते विचार-विमर्श और समन्वय के लिए नियमिता ऐसी बैठकों का आयोजन करने की प्रतिबद्धता दिखाई है। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय के शान्ति ब्यूरो के प्रमुख रही ढोंग एओल ने प्रतिनिधि दल का प्रतिनिधित्व किया। अमेरिका का प्रतिनिधित्व उत्तर कोरिया में राज्य सह सहायक सचिव अलेक्स वोंग ने किया था।
न्यूयोर्क में उत्तर कोरिया में नियुक्त अमेरिकी विशेष राजदूत स्टेफन बेगुन ने यूएन सुरक्षा परिषद् के सदस्यों से हनोई सम्मेलन और उत्तर कोरिया के प्रतिबंधों के बाबत चर्चा की थी।
मिसाइल साइट की मरम्मत कर रहा उत्तर कोरिया
सीओल स्पाई एजेंसी और दो अमेरिकी थिंक टैंक के कई रिपोर्ट्स के मुताबिक पियोंगयांग डोंगचांग-री में स्थित लॉन्ग रेंज मिसाइल साइट की मरम्मत में जुटा हुआ है।
सीएनएन के मुताबिक 6 मार्च को ली गयी तस्वीरों के मुताबिक साइट पर संचालन किया जा रहा है। लॉन्चिंग पैड से क्रेन को हटा दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार साइट के निर्माण और अन्य गतिविधियों से सामान्य ऑपरेशनल स्टेटस की वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य ऐतिहासिक मुलाकात बीते वर्ष जून में सिंगापुर में हुई थी, जहां उत्तर ककोरा के शासक ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी। दोनों नेताओं के बीच बीते माह हनोई में दूसरा शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था।