शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को भाजपा प्रमुख अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि कोई भी उनकी पार्टी को पछाड़ नहीं सकता है क्योंकि उन्होंने मांग की थी कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण कोटा की तर्ज पर आयकर (आईटी) छूट की सीमा को बढ़ाकर 8 लाख रुपये किया जाए।
ठाकरे, जो शिवसेना की स्थानीय लोकधिकर समिति (एसएलएस) महासंघ के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, ने कहा कि यह एक विरोधाभास है कि मोदी सरकार द्वारा आरक्षण की आय सीमा 8 लाख रुपये निर्धारित की गई है, लेकिन कर छूट स्लैब 2.5 लाख रुपये है। ।
उनके मुताबिक, “मोदी को मध्यम वर्ग को राहत देने के लिए यह छूट सीमा बढ़ाकर 8 लाख रुपये कर देनी चाहिए। मैंने शिवसेना सांसदों से इस मांग को उठाने के लिए कहा है।”
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का बयान जिसमे उन्होंने कहा था कि अगर महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना से गठबंधन नहीं हुआ तो उसे चुनाव में पटक देंगे, पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकरे ने कहा-“सेना को पटकने वाला अभी तक पैदा नहीं हुआ है। अतीत में जिन्होंने भी हमारे साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की, वे परिणाम देख चुके हैं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मजबूत देश होना जरूरी है, मजबूत सरकार नहीं।
ठाकरे राम मंदिर मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेरना नहीं भूले खास कर कि पीएम मोदी के उस बयां को जिसमे उन्होंने कहा था कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार करेंगे।
ठाकरे ने सवाल किया-“जब मामला कोर्ट में है तो बीजेपी राम मंदिर के नाम पर वोट क्यों मांग रही है? क्या बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के समय कोई अदालती मामला नहीं था? उन्होंने कहा कि उन्होंने भाजपा को बेनकाब करने के लिए आगामी चुनावों से पहले राम मंदिर के मुद्दे को उठाया था।
उन्होंने भाजपा को कांग्रेस को राम मंदिर के निर्माण में रुकावट पैदा करने के इलज़ाम लगाने के लिए भी लताड़ा। उन्होंने कहा-“जब भाजपा के अपने सहयोगी दल जैसे नीतीश कुमार और रामविलास पासवान मंदिर के विरोध में हैं, तो कांग्रेस को दोष क्यों दे रही है?”