अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन ने बुधवार को बयान देते हुए कहा है कि उसे टेलीकॉम न्यायधिकरण की तरफ से स्पेक्ट्रम बेंचने की आज्ञा मिल गयी है, अब वो अपने स्पेक्ट्रम को बेंचने की प्रक्रिया को पूरा कर सकती है।
मालूम हो कि अनिल अंबानी कि रिलायंस टेलीकॉम इस वक़्त भारी कर्जे में डूबी हुई है। हाल ही में एरिक्सन इंडिया ने भी उसपर दबाव बनाते हुए अपने बकाया पैसों की मांग की थी।
अब रिलायंस कम्युनिकेशन जल्द ही जियो के साथ अपनी डील को पूरा करना चाहेगी, जिसके बाद अनिल अंबानी को स्पेक्ट्रम के एवज़ में 975 करोड़ रुपये मिलेंगे। इससे मिलने वाले पैसे से ही आरकॉम एरिक्सन के 550 करोड़ व आरआईटीएल(रिलायंस इंफ्राटेल) निवेशकों के 230 करोड़ रुपये चुकाएगा।
एक ओर जहां टेलीकॉम न्यायधिकरण ने आरकॉम को स्पेक्ट्रम डील पूरी करने की राहत दी है, वहीं दूसरी ओर उसने आरकॉम के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा 2,900 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी की माँग को पहले जैसा ही रखा है।
इससे पहले दूरसंचार विभाग ने स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क को लेकर आरकॉम पर स्पेक्ट्रम बिक्री करने पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद टेलीकॉम न्यायाधिकरण ने 1 अक्टूबर को अन्तरिम आदेश देकर आरकॉम को राहत प्रदान की है।
इसके पहले स्वीडन की टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी एरिक्सन ने आरकॉम पर 550 करोड़ रुपये के बकाया को चुकाने के लिए दबाव बनाया था, जिसके लेकर आरकॉम सर्वोच्च न्यायालय गया था, जहां उसे 60 दिन की मोहलत मिल गयी थी।