समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थन में बोला है और दावा किया कि देश को ‘ढाई पुरुष’ द्वारा बर्बाद किया जा रहा है।
उन्होंने ट्विटर पर एक पत्र पोस्ट किया है जिसमे उन्होंने लिखा-“मैं आपको लिख रहा हूँ क्योंकि ढाई पुरुष और एक मीडिया जो इन पुरुषों के उनके चाटुकारितापूर्ण चित्रण से भ्रष्ट हो गया है – हमारे राष्ट्र और हर चीज को नष्ट करने की कगार पर है।”
उसमे आगे लिखा था-“आज जो बंगाल पर हमला हुआ है, वे केवल मूल्यों पर ही नहीं बल्कि संविधान के निर्माताओं पर भी हमला हुआ है। यहाँ तक कि हर निर्माता, भाजपा और उसके वैचारिक पूर्वज आरएसएस के विचारों के विरोध में खड़े रहे हैं।”
नौकरियां बनाने में विफल होने के कारण, केंद्र को कोसते हुए, उन्होंने लिखा-“सामाजिक समानता केवल एक सपना है और पिछली 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी के लिए ज़िम्मेदार सरकार युवाओं को डूबती अर्थव्यवस्था में एक नगण्य दांत बनने के लिए कह रही है क्योंकि नौकरियां बनाना बहुत ज्यादा हो जाता है। देश का हर अल्पसंख्यक भीड़ हत्या के डर से जीता है जो भाजपा आईटी सेल-इन्टरनेट आतंकवादी सेल द्वारा अफवाए फ़ैलाने से होती है।”
The developments in Bengal are a cause of concern for all citizens, regardless of their political affiliation.
I write this letter to my fellow Indians with the hope that we can protect and preserve our constitutional values and the institutions charged with upholding them. pic.twitter.com/0v14IrmONB
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 5, 2019
ममता पर उन्होंने लिखा-“ममता बनर्जी पर हमला करने में, ये ढाई पुरुष अपना अतीत भूल गए। यहाँ एक महिला को बालों से पकड़ कर ज्योति बसु के दफ्तर से लाया गया क्योंकि वे बलात्कारियों के खिलाफ कार्यवाई करने की और जेल भेजने की मांग कर रही थी। यहाँ एक महिला है जिन्होंने बड़ा और उद्योगी हित लिया ताकी किसान अपनी ज़मीन ना खो पाए।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने राष्ट्रिय संस्थाओं के सदस्यों से ‘अखंडता से वापस लड़ने’ के लिए भी अपील की। उनके मुताबिक, “मैं न्यायपालिका, सीबीआई, आईएएस, आईपीएस और सभी राष्ट्रिय संथाओं से कहना चाहता हूँ कि वे उन पर लगातार हो रहे हमलो के खिलाफ कदम उठाये और वापस लड़े।”
पत्र के आखिरी अनुच्छेद में लिखा था-“इस ढाई पुरुष से बने मिश्रित समूह को हमारे देश के आधार को मिटाने मत दो।”