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    अंबाती रायुडू, केदार जाधव

    भारत की टीम के न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवे एकदिवसीय मैच में एक वक्त पर 18 रन पर चार विकेट गिर गए थे, जिसके बाद भारतीय टीम के मध्य-क्रम पर पूरी जिम्मेदारी थी। जहां विश्वकप की उलटी गिनती चालू हो गई है वही भारतीय टीम के बल्लेबाजी को लेकर भी पूरी तरह माहौल गरमाया हुआ है। क्योंकि चौथे वनडे मैच में टीम 92 रन पर ऑलआउट हो गई थी, जहां टीम की बल्लेबाजी पूरी बुरी तरीके से नाकाम रही। लेकिन वेलिंग्टन में जब टीम के जल्द विकेट गिर रहे थे, तब अंबाती रायुडू के पास टीम को संभालने का हौसला था और उन्होने पारी को संभालते हुए 90 रन की पारी खेली। जिसके बाद अब बल्लेबाजी क्रम में अभी के लिए नंबर-4 की बहस खत्म हो गई है।

    भारतीय टीम के सालामी बल्लेबाज, रोहित शर्मा और शिखर धवन जो की ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ कुछ मैचो में सही प्रदर्शन नही कर पाए, टीम में उनके स्लॉट को लेकर कोई संदेह नही है। कप्तान विराट कोहली नंबर-3 और एमएस धोनी नंबर-5 पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है और टीम में इनके स्लॉट पर कोई संदेह नही है। लेकिन नंबर-4 और नंबर-6 को लेकर अभी भी माहौल गरमाया हुआ है।

    नंबर चार बल्लेबाज के लिए टेबल

    रायुडू ने पाचंवे एकदिवसीय मैच में वेलिंग्टन में शानदार 90 रनो की पारी खेली थी, जिससे अभी नंबर-4 का स्लॉट उनके पक्ष में है। केदार जाधव भी इस सीरीज में बल्लेबाजी और अपने अनोखे गेंदबाजी अंदाज से विकेट चटकाते दिखे है तो, टीम प्रबंधन को नंबर-6 पर रख सकती है। लेकिन विश्वकप एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है, जहां गेंद खिलाड़ियो के इर्ध-गिर्ध घुमती है। अगर टीम नंबर-4 पर रायुडू और नंबर-6 पर केदार जाधव के साथ जाती है तो इन दोनो की तरफ से टीम को कुछ समर्थन जरूर मिलेगा। किरण मोरे ने टीओआई से बात करते हुए कहा, ” विश्व कप अब थोड़ा ही दूर है और टीम प्रबंधन के अपने कुछ विचार है। लेकिन हां, बैक-अप लेकर चलना जरूरी है।”

    हालांकि, पूर्व विकेटकीपर खिलाड़ी ने बैक-अप के लिए कोई खिलाड़ी नही चुना जबकि उनके समय के साथी खिलाड़ी रहे दिलीप वेंगेस्कर का मानना है कि इंंग्लैंड की परिस्थितियां एक संपूर्ण बल्लेबाज की मांग करती है इसलिए विश्वकप की 15 सदस्यीय टीम में अजिंक्य रहाणे को रखा जाना चाहिए। वेंगेस्कर ने कहा, ” मैं यह नही कह रहा हूं कि रहाणें सारे मैच खेलेंगे। लेकिन तुम्हारे पास एक ऐसा बल्लेबाज होना चाहिए जिसको पता हो कि ऐसी परिस्थितियो में कैसे डील करना है और इसके लिए रहाणे पूरे फिट बैठते है।”

    रहाणे इस वक्त विश्वकप 2019 के लिए टीम की योजनाओ का हिस्सा नही है, लेकिन वेंगेस्कर का मानना है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरलू सीरीज में खेलने का मौका देना चाहिए। रहाणें किसी भी स्लॉट पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार है, वह एक अच्छे विकल्प है।

    नंबर-6 पर बल्लेबाजी के लिए

    न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच वनडे मैचो की सीरीज में नंबर-7 के स्लॉट के लिए भारतीय टीम को थोड़ी परेशानियो का सामना करना पड़ा था। क्योंकि हार्दिक पांड्या उस समय आपना प्रतिबंध काट रहे थे और उनके प्रतिस्थापन में विजय शंकर को टीम में जगह दी गई थी, जहां टीम को मुंबई के विस्फोटक खिलाड़ी की कमी खली थी। लेकिन फिर बीसीसीआई ने उनके ऊपर से तुरंत प्रभाव से बैन को हटा दिया था, जिसके बाद उन्होने टीम में शानदार वापसी की और तीसरे मैच में गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 45 रन देकर 2 विकेट चटकाए और एक बेहतरीन कैच भी लपकी थी। यही नही पांड्या ने आखिरी एकदिवसीय मैच में 22 गेंदो में 45 रन की आतिशी पारी खेली थी और सबके दिखा दिया था कि नंबर-7 पर उनसे अच्छा आलराउंडर कोई नही है।

    ऑलराउंडर के केस में सबसे अच्छे बैक-अप के रूप में रवींद्र जडेजा हो सकते है। क्योंकि यह तथ्य है कि वह एक अच्छे स्पिनर भी है और कुलदीप और चहल के साथ मिलकर स्पिन गेंदबाजी को और मजबूत कर सकते है।

    लेकिन वेंगेस्कर का मानना है कि टीम इंडिया को इस स्लॉट के लिए विजय शंकर के बारे में सोचना चाहिए, वेंगेस्कर ने कहा- ” आपके पास केदार है जो थोड़ी-बहुत गेंदबाजी करते है। तो मुझे नही लगता की टीम में एक और स्पिनर की जरूरत हो सकती है। जितना थोड़ा-बहुत मैंने अबतक विजय शंकर को देखा है, वह मुझे एक संपूर्ण बल्लेबाज लगे है और इंग्लिश परिस्थ्तियो के लिए उनकी गेंदबाजी भी आदर्श है।”

    कुलदीप यादव

    दो एकदिवसीय सीरीज में मोहम्मद शमी कमाल के रहे है और उन्होने दोनो सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। वही भुवनेश्वर कुमार की गेंद में भी विश्वसनीयता दिखाई दी है और आराम कर रहे गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज से वापसी करेंगे। जसप्रीत बुमराह की अनउपस्थिति में खलील अहमद और मोहम्मद सिराज को सीमित-ओवर के मैचो में खेलने का मौका दिया गया था, लेकिन दोनो में से कोई भी खिलाड़ी इस मौके का फायदा सही से नही उठा सका। ऐसे में उमेश यादव को टीम में वापस लाना चाहिए, और ऐसा ही दिलीप वेंगेस्कर का भी मानना है।

    पूर्व कप्तान ने कहा, ” उमेश ने रणजी ट्रॉफी में हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे पहले कई समय तक वह भारतीय टीम का हिस्सा रहे है। मुझे कोई वजह नही दिखती जिसकी वजह से उन्हे विश्वकप की टीम से ड्राप किया जाना चाहिए।

    दूसरे विकेटकीपर के स्लॉट के लिए भी एक स्थान खाली है- जो भी एक बहस का हिस्सा है। अभी कुछ समय से टीम प्रबंधन ने दिनेश कार्तिक को दूसरे विकेटकीपर के रूप में खेलने का मौका दिया है और न्यूजीलैंड औऱ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिले मौको पर वह अच्छा प्रदर्शन करते आए है। लेकिन भविष्य में उनकी जगह पर ऋषभ पंत को टीम में चुना जा सकता है, लेकिन अभी के लिए दिनेश कार्तिक एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अच्छी भूमिका निभा रहे है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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