भारत की शीर्ष एकल खिलाड़ी अंकिता रैना और करमन कौर थांडी को अपने वजन से ऊपर उठकर प्रदर्शन करना होगा जब फेड कप टेनिस टूर्नामेंट के विश्व ग्रुप-2 के लिए क्वालीफाई करने की लड़ाई बुधवार को अस्ताना में शुरू होगी।
भारतीय टीम को पूल-ए में रखा गया है जहां पर थाईलैंड की टीम पहले से ही बनी हुई है लेकिन थाईलैंड की टीम उनके लिए कोई बड़ा खतड़ा पैदा नही कर सकती है। उनका असली मुकाबला शुक्रवार को मेजबान कजाखस्तान के साथ होगा, जिनके पास 100 टॉप प्लेयर में से दो खिलाड़ी है।
कजाखस्तान के पास 43 स्थान वाली यूलिया पुतित्सेवा और 96 स्थान वाली जरीना दयस है, इसलिए भारतीय खिलाड़ियो के लिए पूल-ए में अपने मुकाबले में इनको हराना आसान नही होगा।
पूल ए और बी के विजेता, जिसमें चार टीमें होती हैं, वह उस राष्ट्र का निर्धारण करने के लिए भिड़ेंगे जो विश्व समूह II के लिए अर्हता प्राप्त करेगा।
पूल बी में चीन है, जिसमें कोरिया, इंडोनेशिया और पैसिफिक ओशिनिया के साथ दुनिया के नंबर 40 शुआई झांग और दुनिया के नंबर 42 साईसई झेंग हैं।
सभी संभावना में, चीन पूल बी में शीर्ष स्थान पर रहेगा और यह पूल ए में भारत और कजाकिस्तान के बीच टॉस होगा।
पिछले साल घर नई दिल्ली में हुए मुकाबलें में, अंकिता सिंगल्स मुकाबले में एक भी मैच नही हारी थी, और उन्होने पुतित्सेवा को अचंभित कर दिया था, लेकिन पुतित्सेवा इस बार अपनी घरेलू परिस्थितियों में खेलेगी तो यहां से अंकिता को जीतना आसान नही होगा। और वह जीत के लिए पसंदीदा भी है।
करमन को पिछले साल जरीना से पिछले साल हार का सामना करना पड़ा था लेकिन वह इस बार उनको अच्छी भिड़त देने के इरादे से उतरेगी।
दोनों एकल खिलाड़ियों ने एक साथ डब्ल्यूटीए युगल प्रतियोगिता भी जीती और कप्तान विशाल उप्पल ने उन्हें यहां भी एक साथ मैदान में उतारने का निर्णय लेंगे, तो आश्चर्य नहीं होगा।
उप्पल ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, ” इस बार हम एक कदम आगे बढ़ रहे है। हमारी पहली चुनौती थाईलैंड को मात देना है। जबकि कजाखस्तान एक स्ट्रोंग टीम है, हमारी लड़कियों को उनके खिलाफ जीत के लिए भूख से परेशान होना पड़ता है।”
जब पुतित्सेवा के ऊपर पिछले साल अंकिता के जीत के बारे में पूछा, उप्पल ने कहा, ” यह नया साल है और अलग परिस्थितिया। यह कहने के बाद अंकिता उसको दोबारा दोहराना चाहती है और उनके खिलाफ जीतने के अपने मौको को बढ़ाना चाहती है।”