Thu. Apr 25th, 2024
    स्मार्ट शहर

    संघ आवास और शहरी मामलों के मंत्री, हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को 9 नए स्मार्ट शहरों की सूची जारी की है। इन 9 शहरों को जोड़ने के बाद स्मार्ट शहरों की कुल संख्या 99 पहुँच गयी है। यह स्मार्ट शहर अभियान का चौथा और अंतिम फेर है। शिल्लोंग इस सूची में दसवें नंबर पर है किन्तु उसने अपना प्रस्ताव अभी तक प्रस्तुत नही किया है। कुल 15 शहरों ने अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया था जिनमे से यह 9 शहर चिंहित किये गए हैं ।

    नयी सूची में नीचे दिए गए शहर शामिल हैं :

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जून 25, 2015 को स्मार्ट सिटी अभियान की घोषणा की थी। इस अभियान के तहत 100 शहरों को स्मार्ट शहरों में तब्दील करने की योजना निर्धारित की थी।

    संघ आवास और शहरी मामलों के मंत्री, हरदीप सिंह पुरी ने सूची का विवरण देते हुए कहा कि जिन शहरों को सूची में रखा गया है उन्होंने अपना प्रस्ताव 19 प्रतिशत तक सुधारा था जिसके चलते वह इस सूची में रखने योग्य बने हैं। प्रत्येक शहर ने एक अद्वितीय दृष्टि विकसित की है और एक क्षेत्र आधारित विकास (एबीडी) का चयन किया है जिसे शहर द्वारा दोहराई जाने वाली दीपक के रूप में विकसित किया जाएगा।नौ चयनित शहरों में 12,824 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है, जिनमें से 10,639 करोड़ रुपये क्षेत्रीय विकास (एबीडी) और पैन-सिटी पहल में 2,185 करोड़ रुपये होंगे, जो इन क्षेत्रों में रहने वाले 35.3 लाख लोगों को प्रभावित करेगा, ऐसा मंत्री जी ने कहा।

    इस अभियान में कुल 409 परियोजनाएं बनायीं जानी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि काम सुचारू रूप से शुरू है जिसके चलते जून तक कुछ शहर स्मार्ट शहर बन जायेंगे। इस अभियान का कुल निवेश 2.04 लाख करोड़ का तय किया गया है। इन परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के स्रोतों के लिए विच्छेद निम्नानुसार है: स्मार्ट सिटी मिशन (राज्य और केंद्र से योगदान के साथ) 61.25%, कन्वर्जेंस 24.1 9%, पीपीपी 12. 9 0%, अपने स्रोत 1.57%, और अन्य स्रोत 0.09%।

    स्मार्ट शहर अभियान का उद्देश्य शहरों को नागरिकों के रहने योग्य बनाना। शहर में बिजली, पानी, सीवेज जैसी सुविधाओं को सुधारना और बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर को घटाना। इस लक्ष्य को पूरा करने हेतु सरकार  शहरों को आंकलन करेगी।

    स्मार्ट शहर अभियान मोदी सरकार की एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण परियोजना है जिसके लिए निरंतर कार्य किया जा रहा। इस अभियान का उद्देश्य भारत के विकास में अहम योगदान देना है।