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    वेतन में वृद्धि

    कोर्न फेरी जोकि एक मनागेमंत कंसल्टेंसी फर्म है, ने हाल ही में एक रिपोर्ट पेश की है। इसमें इसने अनुमान लगाया है की 2019 में वेतनभोगी व्यक्तियों के वेतन में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।

    इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है की पिछले साल वेतन में 9 प्रतिशत बढ़ोतरी की तुलना में इस साल 10 प्रतिशत बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

    वेतन वृद्धि में भारत शीर्ष पर :

    नवनीत सिंह जोकि कॉर्न फेरी के सीएमडी हैं, ने बताया की वेतन वृद्धि के मामले में भारत सभी एशियाई देशों के मुकाबले शीर्ष पर है। और सभी देशों में लगभग पांच प्रतिशत ही वेतन वृद्धि वहीँ भारत कुल 10 प्रतिशत वृद्धि देने वाला एकमात्र देश है।

    हालांकि महंगाई में भी वृद्धि होना पक्का है जिसके कारण वेतन वृद्धि आधी ही रह जायेगी। पिछले साल के 4.7 प्रतिशत के मुकाबले इस साल महंगाई की 5 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। यदि हम इसे देखें तो वेतन में कुल 5 प्रतिशत ही वृद्धि रह जायेगी।

    दुसरे एशियाई देशों में वृद्धि के आंकड़े:

    जहां भारत देश में महंगाई का 5 प्रतिशत बढ़ने  का अनुमान है एवं वेतन की संभावित वृद्धि 10 प्रतिशत मानी जा रही है, वहीँ दुसरे एशियाई देशों में भारत की तुलना में कम वृद्धि होगी।

    कोर्न फेरी के पूर्वानुमान के अनुसार, पिछले साल 5.4% के मुकाबले एशिया में वेतन की इस साल 5.6% तक बढ़ने की उम्मीद है। कोर्न फेरी इंडिया के अध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रबंध निदेशक, नवनीत सिंह ने कहा, “तेजी से आर्थिक विकास के परिणामस्वरूप, भारत को एशिया में उच्चतम वेतन वृद्धि और वास्तविक वेतन वृद्धि का ओहदा मिला है।”

    बढती महंगाई का असर :

    महंगाई जोकि विश्व में हर जगह बढ़ रही है वह वेतन वृद्धि के असर को कुछ हद तक कम कर देगी। बढती महंगाई जहां वेतन वृद्धि को जांचने का एक उम्दा स्केल है लेकिन कॉर्न फेरी के सीएमडी के अनुसार कंपनियों को और भी कुछ चीएजों को देखते हुए वेतन में वृद्धि करनी चाहिए। इनमे ऑटोमेशन बढ़ाने, नई तकनीक के उपयोग और कुशल श्रमिकों की बढ़ती मांग के मद्देनजर अपनी व्यापार रणनीति और लागत ड्राइवर शामिल हैं।

    इन सभी कारकों पर विचार करके कंपनियों को वेतन में वास्तविक वृद्धि करनी चाहिए।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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