Sat. Apr 20th, 2024
    हार्दिक पांड्या

    एक लोकप्रिय चैट शो में अपनी विवादस्पद टिप्पणियो के लिए हार्दिक पांड्या के ऊपर बीसीसीआई ने प्रतिबंध लगाया था जिसके बाद उनका क्रिकेट करियर अंधेरे में नजर आने लगा था।

    बीसीसीआई द्वारा हार्दिक पांड्या पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण एक टेलीविज़न चैट शो में उनकी ‘सेक्सिस्ट’ टिप्पणियों के लिए उनके क्रिकेटिंग करियर को ओवरशेड करने की धमकी दी गई।

    पांड्या और केएल राहुल, जो चैट शो में एक साथ गए थे, उन्हे ऑस्ट्रेलिया में बीच सीरीज से घर वापस भेज दिया गया था। इस विवाद की वजह से दोनो खिलाड़ी ऑस्ट्रलिया के खिलाफ 3 एकदिवसीय मैच नही खेल पाए थे। पांड्या के पिता ने कहा था इस विवाद के बाद वह कुछ दिनो से घर से बाहर नही निकले है।

    मामलों को बदतर बनाने के लिए, ऑल-राउंडर को न्यूजीलैंड के सीमित ओवरों के दौरे के दौरान अपनी वापसी पर चोट लगी और बाद में घर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की वनडे और टी 20 सीरीज़ से चूक गए। इस चरण में, चीजें विशेष रूप से बड़ौदा के क्रिकेटर के लिए अच्छी नहीं लग रही थीं, खासकर विश्व कप के लिए।

    हालांकि, पांड्या ने मौजूदा सत्र में अपनी किस्मत बदल दी है। मुबंई इंडियंस के लिए 8 मैचो में उन्होने 46.50 की औसत से 186 रन बनाए है जिसमें उनका स्ट्राइक रेट भी 186 का रहा है। निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए पांड्या की आक्रमक बल्लेबाजी ने मुंबई इंडियंस को कोई बार बचाया है। वह गेंदबाजी करते हुए भी योगदान देते आए है और उन्होने अबतक 7 विकेट चटकाए है और टीम के लिए कुछ अच्छी कैचे भी पकड़ी है।

    सोमवार को, पांड्या ने 16 गेंदो में नाबाद 37 रन की पारी खेल आरसीबी के खिलाफ टीम को 5 विकेट से जीत दर्ज करवाई। उनकी पारी विश्वकप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा के बाद आई। आलराउंडर खिलाड़ी अब अपनी हिटिंग क्षमता को 30 मई से होने वाले विश्वकप के लिए आगे बढ़ाना चाहते है।

    पांड्या ने कहा, “हमेशा आपके पीछे आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। विश्वकप एक बड़ा मंच है। यह पहली बार है जब में विश्वकप खेलूंगा। यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है कि मैं गेंद को सही से हिट कर सकूं। मैं पिछले कुछ समय से खेल से बाहर रहा हूं, तो वापसी करके मेरे लिए हिटिंग करना महत्वपूर्ण है।”

    अपनी आक्रमक बल्लेबाजी की भूमिका पर बात करते हुए, पांड्या ने कहा, ” मैं ऐसा पिछले चार साल से करता आ रहा हूं। यह मेरी भूमिका है चाहे में किसी भी टीम के लिए खेलू। मैंने इसी चीज के लिए नेट्स पर बहुत अभ्यास किया है। यह सब कुछ परिस्थितियो के बारे में है। अगर आप परिस्थितियों को ध्यान में रखकर खेलते है तो आप बहुत स्मार्ट हो सकते है। और फिर आप जैसे परिणाम चाहते हो वह आपको मिल सकता है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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