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    योगी आदित्यनाथ

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में अमित शाह को फंसाने के लिए तत्कालीन यूपीए सरकार ने सीबीआई का दुरूपयोग किया था।

    आदित्यनाथ ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से माफ़ी की भी मांग की। योगी आदित्यनाथ विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अदालत के हाल के फैसले में अमित शाह और अन्य को सोहराबुद्दीन, कौसर बी और तुलसी प्रजापति एनकाउंटर केस में बरी अर्ने र प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

    योगी आदित्यनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस अपने लाभ के लिए देश की सुरक्षा से खेलती है। यह सीबीआई अदालत के फैसले से स्पष्ट हो गया है, जिसने सभी आरोपियों को बरी कर दिया और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।”

    उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए और एक आतंकवादी (सोहराबुद्दीन) के समर्थन पर अपनी पार्टी के रुख को साफ करना चाहिए।” उन्होंने कहा, कांग्रेस नेतृत्व अमित शाह को जेल भेजने की साजिश में शामिल था, लेकिन अदालत के फैसले ने उन्हें उजागर कर दिया।”

    आदित्यनाथ ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर भी हमला करते हुए कहा “कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और तत्कालीन पीएम डॉ मनमोहन सिंह भी इस साजिश में शामिल थे। कांग्रेस एक आतंकवादी के हित में काम कर रही थी, जो देश के खिलाफ लड़ रहा था। उन्होंने उसके पक्ष में पैरवी की थी और शाह को जेल भेजा था।”

    आदित्यनाथ ने सच सामने लाने के लिए अदालत का धन्यवाद करते हुए कहा “मैं सच्चाई का खुलासा करने के लिए अदालत का आभार व्यक्त करता हूं। जिस तरह से कांग्रेस अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही थी वह शर्मनाक थी।”

    मुंबई की विशेष सीबीआई अदालत ने 21 दिसंबर, 2018 को शेख, उनकी पत्नी कौसर बी और उनके सहयोगी तुलसी प्रजापति की हत्या के सभी 22 आरोपियों को गुजरात पुलिस द्वारा 2005 और 2006 के बीच कथित फर्जी मुठभेड़  मामले में पर्याप्त सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

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    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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