Sat. Apr 20th, 2024
    शाहिद खाकान अब्बासी और कमर बाजवा

    पनामा पेपर्स लीक मामले में दोषी पाए जाने के बाद पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बर्खास्त कर दिया था। नवाज शरीफ की बर्खास्तगी के बाद खबर आ रही थी कि छोटे भाई शाहबाज शरीफ पकिस्तान की सत्ता संभाल सकते हैं। लेकिन बाद में यह तय हुआ कि शाहबाज पंजाब प्रान्त के मुख्यमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करें और विकास योजनाओं पर ध्यांन दें। नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन की बैठक के बाद सर्वसम्मति से शाहिद खाकान अब्बासी को पकिस्तान का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। लेकिन उनकी नियुक्ति के बाद से ही सरकार और सेना के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर बाजवा इस पर संविधान की सर्वोच्चता और कानून का शासन बनाये रखने का बयान दे चुके हैं। बर्खास्त प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सेना को लेकर की जा रही बयानबाजी से हालात और बिगड़ रहे हैं।

    देश की सेना और सरकार के मध्य रिश्तों पर निगरानी रखने वाली पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ लेजिस्लेटिव डेवलपमेंट एंड ट्रांसपरेंसी की तरफ से जारी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सेना और सरकार के बीच रिश्ते खराब होते जा रहे हैं। मुमकिन है पकिस्तान एक और तख्तापलट की ओर बढ़ रहा है। पाकिस्तान में सेना द्वारा तख्तापलट का इतिहास पुराना है और इससे पहले कारगिल युद्ध के बाद जनरल परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ सरकार का तख्तापलट किया था। नवाज शरीफ की पाकिस्तानी सेना से मतभेद होने की बात नई नहीं है और अक्टूबर, 2015 में ही आतंकवादियों को समर्थन देने के मुद्दे पर उनके अपने ही भाई और तत्कालीन सैन्य अध्यक्ष राहील शरीफ से मतभेद खुलकर सामने आये थे।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।