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    निकोलस मादुरो

    नॉर्वे के अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, वेनेजुएला की सरकार के प्रतिनिधि और विपक्षी इस सप्ताह ओस्लो में शान्ति वार्ता आयोजित कर रहे हैं। जनवरी में संसद के अध्यक्ष जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था और यह निकोलस मादुरो के शासन को सीधे चुनौती थी और इसके बाद वेनेजुएला राजनीतिक संकट से जूझ रहा है।

    ओस्लो में गोपनीय मुलाकात

    एनआरके रेडियो एंड टेलीविज़न नेटवर्क ने अज्ञात सूत्र के हवाले से बताया कि “नॉर्वे की राजधानी में एक गोपनीय स्थान पर शान्ति वार्ता का आयोजन हुआ था और यह गुरुवार को खत्म होगी। यह ओस्लो में मादुरो सरकार और गाइडो के प्रतिनिधियों के बीच दूसरी दफा की मुलाकात है। इसके आलावा क्यूबा में भी शान्ति वार्ता की गयी थी।

    नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता अने हावरदस्देटेर लूणदे ने कहा कि “शान्ति प्रक्रिया या वार्ता पहल में शामिल होने न हम पुष्टि कर सकते हैं और न ही हम इसे इंकार कर सकते हैं।” एनआरके के मुताबिक, वेनेजुएला के संवाद मंत्री जॉर्ज रोड्रिगुएज और मिरांडा प्रान्त के गवर्नर हेक्टर रोड्रिगुएज ने मादुरो सरकार का प्रतिनिधित्व किया था।

    पूर्व डिप्टी गेरार्डो ब्लीड, पूर्व मंत्री फर्नांडो मार्टिनेज़ मोटोला और संसद के उपाध्यक्ष स्टालिन गोंजालेस ने विपक्षियों का प्रतिनिधित्व किया था। कराकस में मादुरो ने कहा कि जॉर्ज रोड्रिगुएज विदेश में किसी महत्वपूर्ण अभियान के लिए गए हैं।

    वेनेजुएला का सत्ता संकट

    वेनेजुएला की विपक्ष नियंत्रित संसद में नेता जुआन गाइडो एक कड़वे सत्ता संघर्ष में मादुरो के खिलाफ लड़ रहे हैं। वेनेजुएला के आर्थिक और राजनीतिक संकट के लिए मादुरो को ही जिम्मेदार माना जाता है और उन्होंने मरहूम लेफ्टिस्ट नेता ह्यूगो चावेज़ से साल 2013 में सत्ता की जिम्मेदारी ली थी।

    मई 2018 में आयोजित चुनावो में दूसरी दफा मादुरो की जीत हुई और इसका विपक्षी ने बहिष्कार किया था और अधिकतम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इसे खारिज किया था। विपक्षी नेता को अमेरिका सहित 50 पश्चिमी देशों का समर्थन प्राप्त है।

    नॉर्वे ने साढ़े तरीके से वेनेजुएला में नए सिरे से स्वतंत्र चुनावो का आयोजन करने की मांग की थी और अब वह दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने के लिए इच्छुक है। जनवरी के अंत में नॉर्वे के विदेश मंत्री इने एरिक्सन सोरीदे ने कहा कि “उनका मुल्क योगदान के लिए तैयार है अगर और जब सभी पक्षों की ख्वाहिश होगी।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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