Wed. Apr 17th, 2024
    वसीम जाफर

    नागपुर के विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में गुरुवार को विदर्भ की टीम ने सौराष्ट्र को 78 रन से मात देकर लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया। अदित्य सारवटे फाइनल मैच में स्टार खिलाड़ी रहे उन्होने दूसरी इनिंग में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 59 रन देकर 6 विकेट चटकाए। विदर्भ को दोबारा खिताब में कब्जा करवाने के लिए उन्होनें अकेले ही सौराष्ट्र के पूरे बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ के रख दी।

    वसीम जाफर जो विदर्भ की टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज है, जिन्होंने वर्षों से प्रीमियर घरेलू प्रतियोगिता में लगातार रन बनाने और मैच जीतने की त्रुटिहीन टीम स्थापित की, ने विदर्भ की विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस विजय में जाफर भी एक रिकॉर्ड का हिस्सा बने है। 40 साल का यह खिलाड़ी कभी भी रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच नही हारा है।

    जाफर अपने शानदार घरेलू करियर में दो टीम का हिस्सा रहे है और उन्होने दोनो टीमो से मिलाकर अबतक 10 फाइनल मैच खेले है, जिसमें उन्हें एक में भी मात नही मिली है। उन्होने साल 1996-97 से लेकर साल 2012-13 तक मुंबई की टीम से आठ फाइनल जीते है जबकि साल 2017-18 और 2018-19 सीजन का फाइनल उन्होने विदर्भ की टीम से जीता है।

    सौराष्ट्र के खिलाफ बड़े फाइनल मैच में जाफर अपने बल्ले से ज्यादा रन नही बना पाए और यहां खेली पहली पारी में उन्होने 23 तो वही दूसरी पारी में 11 रन बनाए और ज्यादा प्रभावशाली नही रहे। लेकिन पूरे सत्र को देखा तो उन्होने अपनी टीम को अभियान जीतवाने के लिए उन्होने इस सीजन बहुत रन मारे। उनके नाम 11 मैच में 1037 रन है, जिसमें 4 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है। वह सिक्कम के खिलाड़ी मिलिंद कुमार के बाद इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी है।

    सीज़न के दौरान वह 40 की उम्र के बाद दो दोहरे शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज भी बने और एक सीज़न में दो बार 1,000 या अधिक रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज भी रहे। भारत के लिए 31 टेस्ट मैच खेलने वाले जाफर ने 253 प्रथम श्रेणी मैचों में 57 शतक और 88 अर्धशतक के साथ 19147 रन बनाए है।

    रणजी ट्रॉफी 2018-19 सत्र के फाइनल मैच की बात करे, विदर्भ की टीम ने पहली पारी में 312 रन बनाए, जिसके जबाव में सौराष्ट्र की टीम ने बेहतरीन बल्लबेाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 307 रन बनाए थे। जिसमें फेज फजल की टीम केवल पांच रन की ही बढ़त बना सकी। दूसरी इनिंग में सारवटे की 49 रनो की पारी से विदर्भ की टीम 200 रन बनाने में कामयाब रही, लेकिन सौराष्ट्र की टीम इस छोटे स्कोर का पीछा करने में नाकाम रही और 127 रनो पर ही ढेर हो गई। सारवटे ने मैच में अच्छी गेंदबाजी की और दोनो पारियो में मिलाकर 11 विकेट चटकाए और बल्ले से भी अहम 49 रनो की पारी खेली।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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