Sat. Apr 20th, 2024
    सचिन-वसीम

    महान पाकिस्तानी पेसर वसीम अकरम ने राष्ट्रीय टीम के साथ अपने युवा दिनों की यादें ताजा कीं क्योंकि उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी से जुड़ी एक घटना सुनाई है। सचिन जिन्होने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू साल 1989 में 16 साल की उम्र में किया था, उन्हे पाकिस्तान के लिए पहले दौरे के लिए जाने से पहले स्कूल और घरेलू क्रिकेट में उन्हे उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाना जाता था।

    हालांकि, नर्वस होने के बावजूद, सचिन ने किसी भी तरीके के परेशान के संकेत नही दिए परेशानी औऱ उन्होने पाकिस्तान की तेज गेदंबाजी का डटकर सामना किया। अकरम ने हाल ही में बताया कि किस तरह पाकिस्तानी गेंदबाजों ने मास्टर ब्लास्टर को उनके डेब्यू पर स्लेजिंग करने की कोशिश की, लेकिन सचिन ने दबाव में शांत रहकर अपने करियर की शुरुआत में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के लक्षण दिखाए।

    सचिन ने सलाम क्रिकेट कॉन्क्लेव में कहा, ” भारत 1989 में पाकिस्तान के दौरे पर आने वाला था, हमने अखबार में पढ़ा की एक युवा बल्लेबाज भी दौरे पर आने वाला है। उस समय में 20 और वकार युनिस 18 साल के थे और हम सोच रहे थे क्या 16 साल का खिलाड़ी इतना अच्छा खेलता है जो टेस्ट क्रिकेट खेलने आ रहा है।”

    उन्होने आगे कहा, ” तो जब सचिन पहले टेस्ट मैच में बल्लबाजी करने के लिए आए थे तो हम उन पर गेंद और अपनी जुबान दोनो के साथ हमला कर रहे थे लेकिन 16 साल की उम्र में भी उन्होने कोई रिएक्शन नही दिया। यह एक टॉप बल्लेबाज के अच्छे लक्षण होते है उन्होने हमारी स्लेजिंग में रिएक्ट नही किया और अपने खेल में ध्यान दिया।”

    अपने डेब्यू मैच में, सचिन को युनिस ने बोल्ड मारा था और वह 24 गेंदो में 15 रन की पारी खेलकर आउट हो गए थे। हालांकि, वहा से क्रिकेट के एक महान खिलाड़ी के करियर की शुरुआत हुई थी और उस दिग्गज खिलाड़ी के नाम आज विश्व क्रिकेट में 34,347 अंतरराष्ट्रीय रन है। सचिन को क्रिकेट के सर्वकालिक महान और दिग्गज खिलाड़ियो में से एक माना जाता है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *