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    लीबिया में संघर्ष

    लीबिया में शुक्रवार को पूर्वी लिबयन आर्मी कमांडर खलीफा हफ्तार और यूएन समर्थित सरकार के सैनिको के बीच भारी संघर्ष हुआ था। सूत्रों के हवाले से सीएनएन ने कहा कि लीबिया की राजधानी से 50 किलोमीटर की दूरी तक संघर्ष का प्रभाव रहा था।

    हफ्तार के दफ्तर ने कहा कि “मेरी सेना त्रिपोली में हिंसक संघर्ष में शामिल थी। यूएन के अध्यक्ष एंटोनियो गुटेरेस का त्रिपोली में अभियान तब तक जारी रहे गए जब तक आतंकवादियों का सफाया नहीं हो जाता।”

    गुरूवार को त्रिपोली में सैन्य तनाव को खत्म करने के लिए यूएन के अध्यक्ष लीबिया की यात्रा पर आये थे। गुटेरेस ने हफ्तार से बेनग़ाज़ी में मुलाकात की थी। इसके एक दिन बाद ही सैनिकों ने त्रिपोली में यूएन सामर्थीत सरकार के खिलाफ आक्रमक हमला किया था। पूर्वी कमांडर को आतंकवादी कहा जाता है।

    यूएन के अध्यक्ष ने ट्वीटर पर लिखा कि “मैं भारी मन से साथ लीबिया से चला गया हूँ और बेहद चिंतित हूँ। मुझे उम्मीद है कि त्रिपोली में खूनी संघर्ष को दरकिनार करने की सम्भावना है।”

    लिबयन नेशनल आर्मी के फेसबुक पेज पर पोस्ट किये ऑडियो सन्देश में था कि “एलएनए को पूर्वी बेस से कमांड करने वाले हफ्तार अब त्रिपोली के दक्षिण से 100 किलोमीटर दूर स्थित घरयान की तरफ कूच कर रहे हैं जो देश के पश्चिमी भाग में स्थित हैं।”इस ऑडियो में हफ्तार कह रहे हैं कि हम आ रहे हैं त्रिपोली, हम आ रहे हैं।”

    हाल ही यूएन के अध्यक्ष ने लीबिया की यात्रा पर थे और देश में नए सिरे से चुनावो के आयोजन का रोडमैप तैयार करना उनकी यात्रा का मकसद था।

    वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक अमेरिका, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात ने वांशिगटन में संयुक्त बयान में कहा कि “हम लीबिया में किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई का विरोध करते हैं और देश में तनाव को बढ़ाने के लिए किसी भी लीबिया के गुट की भागीदारी को उत्तरदायी मानेगे।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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